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    Punjab Flood: भारतीय सेना बनी मसीहा, पंजाब में बाढ़ की आपदा के बीच चला रही राहत और बचाव अभियान

    Updated: Wed, 03 Sep 2025 03:14 PM (IST)

    पंजाब में बाढ़ से हालात गंभीर हैं जहां भारतीय सेना राहत कार्य में जुटी है। रावी ब्यास और सतलुज नदियों के उफान से गुरदासपुर समेत कई जिले प्रभावित हैं लाखों लोग बेघर हो गए हैं। सेना बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल रही है खाना और दवाइयाँ पहुंचा रही है। जवानों ने एक मां और उसके नवजात बच्चे को भी बचाया।

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    पंजाब में बाढ़ सेना बनी संकटमोचक कर रही है राहत और बचाव कार्य

    डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। पंजाब में बाढ़ से बदतर हुए हालातों के बीच भारतीय सेना के जवान राहत कार्य में लगे हुए हैं। राज्य में आई भीषण बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। रावी, ब्यास और सतलुज नदियों के उफान पर आने से गुरदासपुर समेत राज्य के कई जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। हजारों गांव पानी में डूब गए हैं और लाखों लोग बेघर हो गए हैं। ऐसे विकट समय में, भारतीय सेना संकटमोचक बनकर सामने आई है और बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य चला रही है।

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    राहत कार्य में लगी भारतीय सेना

    भारतीय सेना के जवान लगातार अभियान चलाकर बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। भारतीय सेना ने गुरदासपुर के नारंगपुर गांव से बाढ़ पीड़ित लोगों को नावों के जरिए गहलेरी स्थित गुरुद्वारे तक पहुंचाया। यह अभियान बाढ़ के तेज बहाव और लगातार हो रही बारिश के बीच अंजाम दिया गया। इसके साथ ही, राहत दल ने ओगरा और नारंगपुर गांवों में भी पहुंचकर बाढ़ प्रभावित परिवारों को खाना, पानी और दवाइयों जैसा जरूरी सामान मुहैया कराया। सेना के डॉक्टर इस दौरान बाढ़ पीड़ितों का इलाज कर रहे हैं और उन्हें दवाइयां मुहैया करा रहे हैं।

    मां और नवजात के बचाया

    भारतीय सेना के जवानों ने बचाव अभियान के दौरान एक मां और उसके 15 दिन के नवजात को सुरक्षित निकालकर मानवता की मिसाल पेश की है। राहत कार्य में लगे जवानों को सूचना मिली थी कि एक मां, जिसकी हाल ही में सी-सेक्शन सर्जरी हुई थी, वो अपने नवजात बच्चे के साथ एक बाढ़ग्रस्त गांव में फंसी हुई है। सूचना पर सेना के जवान तुरंत हरकत में आए और उन्होंने गांव में बने घर की पहली मंजिल पर फंसे मां और बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इसके बाद, उन्हें सेना के वाहन से 15 किलोमीटर दूर एक सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।

    लाखों एकड़ फसल बर्बाद

    पंजाब में यह बाढ़ बीते चार दशकों में सबसे भयानक मानी जा रही है। 3 लाख एकड़ से ज्यादा फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और 1000 से ज्यादा गांव जलमग्न हैं। राहत और बचाव कार्यों में एनडीआरएफ, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पंजाब पुलिस की टीमें भी भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। यह संकट की घड़ी में भारतीय सेना के समर्पण और साहस का एक और प्रमाण है, जिसने लोगों के दिलों में उम्मीद जगाई है।