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    हिंदू नेताओं की टारगेट किलिंग: सात सालों में 10 हत्या, पंजाब को अस्थिर करने का साजिश

    Updated: Mon, 17 Nov 2025 02:00 AM (IST)

    पंजाब में पिछले सात सालों में दस हिंदू नेताओं की लक्षित हत्याएं हुई हैं। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, यह पंजाब को अस्थिर करने की साजिश है। कट्टरपंथी समूहों पर हत्याओं का आरोप है, जिनका उद्देश्य डर का माहौल बनाना है। हिंदू संगठनों ने सरकार से सुरक्षा बढ़ाने और दोषियों को दंडित करने की मांग की है।

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    पंजाम में हिंदू नेताओं की टारगेट किलिंग। सांकेतिक तस्वीर

    रोहित कुमार, चंडीगढ़। पंजाब में टारगेट किलिंग का उद्देश्य सांप्रदायिक तनाव पैदा कर पंजाब को अस्थिर करने का षड्यंत्र है। यह बात सुरक्षा विशेषज्ञ भी मान रहे हैं। पिछले दस वर्षों में करीब सात हिंदू नेता टारगेट किलिंग के शिकार हुए हैं।

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    घटनाओं की टाइमलाइन व शनिवार को फिरोजपुर में हुई आरएसएस कार्यकर्ता नवीन अरोड़ा की हत्या से स्पष्ट है कि रेकी के बाद नजदीक से गोली मारी जाती है और शूटर बेखौफ फरार हो जाते हैं। नवीन की हत्या करने के लिए भी आरोपित पैदल आए और सरेबाजार नजदीक से गोली मारकर फरार हुए।

    सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार इन हमलों का उद्देश्य पंजाब की शांति भंग करना है। कई हाई-प्रोफाइल मामलों में आतंकी कनेक्शन व विदेशी हैंडलर का हाथ सामने आया। यही वजह है कि ज्यादातर मामलों में मुख्य आरोपित हाथ नहीं आ रहे और वर्षों बाद केस अंडरट्रायल हैं। स्वजनों को इंसाफ का इंतजार है।

    2016 में जालंधर में हुआ आरएसएस नेता ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा हत्याकांड इस पैटर्न की शुरुआत का बड़ा संकेत था। इसके बाद लगातार ऐसी घटनाएं होती चली गईं।

    लुधियाना में आरएसएस नेता रविंदर गोसाई भी टारगेट किलिंग के शिकार हुए। दोनों हत्याकांड की एनआइए जांच में गैंग्स्टर-आतंकी गठजोड़ की थ्योरी मजबूत हुई। इन पर पंजाब के गैंग्स्टरों को विदेशों से टारगेट देकर हमला कराया गया।

    वर्ष 2022 में अमृतसर में हिंदू नेता सुधीर सूरी की हत्या तो मंदिर के सामने चल रहे प्रदर्शन के दौरान कैमरों के सामने पुलिस की मौजूदगी में हुई। इस घटना से हिंदू संगठनों में तीखी नाराजगी पैदा की। 2023 व 2024 में व्यापारिक संगठनों और मंदिर कमेटियों से जुड़े हिंदू चेहरों को भी निशाना बनाया गया।

    जालंधर में दिवेश गुप्ता, लुधियाना में संदीप अरोड़ा, फाजिल्का के रवि मेहता, पटियाला के राजेश गुप्ता और पठानकोट में संजय गुप्ता पर फायरिंग व जानलेवा हमला कर दशहत फैलाने की कोशिश की गई।

    कई मामलों में सिख फार जस्टिस (एसएफजे) और कनाडा आधारित गैंग्स्टर-आतंकी माड्यूल का नाम जांच में सामने आया। पुलिस का दावा है कि हथियारों की सप्लाई और फंडिंग में पाकिस्तान और विदेश में बैठे हैंडलरों की भूमिका बढ़ती जा रही है।

    विदेशी कनेक्शन जुड़ने के कारण कई मामले अभी भी अंडर ट्रायल हैं। उधर, हिंदू संगठनों के नेताओं का कहना है कि आज भी हिंदू नेता सुरक्षा में कमी महसूस कर रहे हैं। हालांकि पंजाब पुलिस का कहना है कि प्रमुख हिंदू नेताओं को रिव्यू के तहत सुरक्षा दी जा रही है।

    हिंदू नेतओं की हत्या के मामले अंडरट्रायल

    • 6 अगस्त 2016: जालंधर में आरएसएस नेता ब्रिग्रेडियर जगदीश गगनेजा की हत्या। एनआइए जांच जारी, मास्टरमाइंड विदेश में।
    • 23 अप्रैल, 2016: लुधियाना के खन्ना में शिवसेना नेता दुर्गा प्रसाद गुप्ता की हत्या। आरोपित गिरफ्तार, जांच जारी।
    • 14 जनवरी, 2017ः लुधियाना में हिंदू तख्त के जिला प्रचारक अमित शर्मा की हत्या। कई संदिग्ध गिरफ्तार, जांच जारी।
    • 17 अक्तूबर 2017 _लुधियाना में आरएसएस नेता रविंदर गोसाईं की गोलियां मार कर हत्या। माड्यल पकड़ा, विदेश से जुड़ी कड़ियां।
    • 30 अक्टूबर 2017ः अमृतसर में हिंदू संघर्ष सेना के जिला प्रधान विपिन शर्मा की हत्या। माडयूल पकड़ा, जांच जारी।
    • 4 नवंबर 2022: अमृतसर में शिवसेना नेता सुधीर सूरी की गोली मार हत्या। हत्या में खालिस्तानी आतंकी कनेक्शन। शूटर गिरफ्तार। एनआइए कर रही जांच।
    • 13 अप्रैल 2024 : रूपनगर के नंगल में विहिप नेता विकास प्रभाकर की हत्या। एनआइए कर रही जांच, आइएसआइ व आतंकी संगठनों का हाथ।