पंजाब में गन्ने का हुआ सबसे ज्यादा समर्थन मूल्य, फिर भी किसानों को मंजूर नहीं; एग्रीड प्राइस में की 11 रुपए की वृद्धि
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गन्ने की स्टेट एग्रीड प्राइस में 11 रुपए की वृद्धि करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने अपने एक्स हैंडल पर यह घोषणा करते हुए इसे शगुन बताया और कहा कि आज पंजाब के गन्ना काश्तकारों को 11 रुपए की वृद्धि करके पंजाब में गन्ने का रेट देश भर में सबसे ज्यादा कर दिया है। अब यह 391 रुपए हो गया है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने गन्ने की स्टेट एग्रीड प्राइस में 11 रुपए की वृद्धि करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने अपने एक्स हैंडल पर यह घोषणा करते हुए इसे शगुन बताया और कहा कि आज पंजाब के गन्ना काश्तकारों को 11 रुपए की वृद्धि (11 Rupees of price Increase in sugarcane) करके पंजाब में गन्ने का रेट देश भर में सबसे ज्यादा कर दिया है। अब यह 391 रुपए हो गया है। आने वाले दिनों में पंजाब के लोगों को और भी खुशखबरियां मिलेंगे, आपका पैसा आपके नाम।
इसके अलावा एक अन्य संदेश में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि कल दो दिसंबर से सहकारी और प्राइवेट चीनी मिलें पिराई का काम शुरू कर देंगी।
11 रुपये की वृद्धी पर किसान नाराज
किसानों ने गन्ने की कीमत को 450 रुपये करने को लेकर पिछले दिनों जालंधर में पहले हाईवे जाम किया था और उसके बाद दो दिन तक रेलें भी रोकी, लेकिन आज मुख्यमंत्री ने गन्ने की कीमत में मात्र 11 रुपए की वृद्धि की तो किसानों ने इस पर नाराजगी जताई।
विधानसभा में नहीं किया गन्ने के रेट का एलान
प्रदर्शनकारी किसानों को मनाने के लिए उनकी मुख्यमंत्री के साथ हुई मीटिंग में उन्हें आश्वासन दिया गया कि कीमत को बढ़ाया जाएगा और वह इसकी घोषणा विधानसभा में करेंगे। गन्ने के समर्थन मूल्य की घोषणा विधानसभा में की जाएगी, यह बात मुख्यमंत्री ने नहीं बल्कि उनके साथ मीटिंग करने वाले किसानों ने कही थी मुख्यमंत्री ने विधानसभा में इसका एलान नहीं किया।
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अब पंजाब में गन्ने का समर्थन मूल्य पूरे देश में सबसे ज्यादा 391 रुपए हो गया है जबकि हरियाणा में यह 386 रुपए है। हरियाणा ने हाल ही में 14 रुपए वृद्धि की थी।
भाकियू के प्रधान ने 11 रुपये की वृद्धी को नकारा
उधर, भारतीय किसान यूनियन के प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल ने सरकार की ओर से 11 रुपए की वृद्धि को नकार दिया है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी यूनियन के साथ बैठक करके आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। राजेवाल ने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री कहते हैं कि किसानों को धरने नहीं देनी चाहिए। हम भी धरने नहीं देना चाहते लेकिन सरकारें किसानों की सुनें तो...।
अगर मुख्यमंत्री पंजाब में सबसे ज्यादा गन्ने के रेट की बात करते हैं तो उन्हें यह भी पता होना चाहिए कि पंजाब में जमीनों का ठेका भी सबसे ज्यादा होने के कारण इनपुट कॉस्ट भी सबसे ज्यादा है।
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