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    हर्बल फ्लेवर हुक्का भी सेहत के लिए खतरनाक

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 11 Feb 2021 06:01 AM (IST)

    हर्बल फ्लेवर हुक्का भी सेहत के लिए खतरनाक है। इसका सेवन करने वालों में कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। यह बात पीजीआइ चंडीगढ़ की ताजा स्टडी में सामने आई है।

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    हर्बल फ्लेवर हुक्का भी सेहत के लिए खतरनाक

    विशाल पाठक, चंडीगढ़

    हर्बल फ्लेवर हुक्का भी सेहत के लिए खतरनाक है। इसका सेवन करने वालों में कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। यह बात पीजीआइ चंडीगढ़ की ताजा स्टडी में सामने आई है। यह तथ्य तब सामने आए हैं, जब हर्बल हुक्के की डिमांड आनलाइन भी तेजी से बढ़ रही है। पीजीआइ के ओरल हेल्थ साइंस सेंटर के हेड प्रोफेसर कृष्ण गाबा ने बताया कि पीजीआइ द्वारा की गई स्टडी में सामने आया है कि पिछले दस साल में युवाओं में हर्बल फ्लेवर हुक्के का प्रचलन काफी बढ़ा है। यहां तक कि ई-कामर्स कंपनियों के जरिये भी हर्बल हुक्का आसानी से उपलब्ध हो रहा है। बढ़ रहा हर्बल सिगरेट का ट्रेंड

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    युवाओं में अब हर्बल फ्लेवर हुक्का के साथ-साथ हर्बल सिगरेट का भी ट्रेंड बढ़ रहा है। पीजीआइ ने आनलाइन बिक रहे हर्बल फ्लेवर हुक्का, बीड़ी और सिगरेट पर जब रिसर्च की तो पता चला कि ऐसे 1,044 ब्रांड रिकार्ड आनलाइन मौजूद हैं। इनमें से 73 रिटेल वेब पेज पर 24 ब्रांड हैं, जिन्हें करीब 18 कंपनियां आनलाइन उपलब्ध करा रही हैं। इस प्रकार 189 अलग-अलग फ्लेवर के हुक्का, बीड़ी और सिगरेट आनलाइन मिल रहे हैं। इनमें से 62 फीसद अकेले हर्बल सिगरेट, 12 फीसद हर्बल बीड़ी और 26 फीसद हर्बल फ्लेवर हुक्का की आनलाइन डिमांड है। आनलाइन उपलब्ध हर्बल हुक्का, बीड़ी और सिगरेट पर कोई चेतावनी नहीं

    प्रो. आशिमा गोयल ने बताया कि पीजीआइ चंडीगढ़ की स्टडी में पता चला है कि आनलाइन जितने भी हुक्का, बीड़ी और सिगरेट बिक रही हैं, उनमें से सिर्फ 3 फीसद ब्रांड पर ही सिगरेट एंड अदर टोबैको प्रोडक्ट (प्रोहिबिशन आफ एडवर्टीजमेंट एंड रेगुलेशन आफ ट्रेड एंड कामर्स, प्रोडक्शन, सप्लाई एंड डिस्ट्रीब्यूशन एक्ट) कोटपा 2003- की चेतावनी होती है। बाकी 97 फीसद हर्बल हुक्का, बीड़ी और सिगरेट के ब्रांड बिना कोटपा की चेतावनी के आनलाइन बिक रहे हैं। इसमें से 67 फीसद ब्रांड पर कितनी उम्र के लोग हर्बल हुक्का, सिगरेट और बीड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसको लेकर वैधानिक चेतावनी नहीं दी है। जबकि सिर्फ 22 फीसद ब्रांड ने नाबालिग द्वारा न इस्तेमाल को लेकर वैधानिक चेतावनी दी है। पीजीआइ ने स्वास्थ्य मंत्रालय को लिखा पत्र, कहा- आनलाइन मिल रहे नशे पर लगे रोक

    पीजीआइ ने अपनी स्टडी के आधार पर स्वास्थ्य मंत्रालय और चंडीगढ़ प्रशासन को भी पत्र लिखा है। इसके तहत आनलाइन मिल रहे हर्बल हुक्का, सिगरेट और बीड़ी को बेचने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की गई है। दावा किया गया है कि इसके सेवन से ओरल कैंसर का खतरा बढ़ रहा है। कहा गया है कि हर्बल फ्लेवर हुक्के के इस्तेमाल के कारण कैंसर होने से युवाओं की मौत हो रही है।