मां कैसे हो गई इतनी बेरहम: 6 माह की बेटी की बेदर्दी से ली जान, एक माह बाद बेटे को भी मारा
चंडीगढ़ में हत्या के मामले ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। एक बेरहम मां ने अपनी छह माह की बेटी को बेदर्दी से मार डाला। इसके करीब एक माह बाद उसने बेट ...और पढ़ें

चंडीगढ़, [कुलदीप शुक्ला]। यहां दो बच्चों की हत्या ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। मां की ममता की दुहाई दी जाती है, लेकिन यहां एक महिला ने इसे कलंकित कर दिया। उसने जिस तरह अपनी छह माह की बेटी की हत्या की उससे यकीन नहीं होता कि कोई मां इतनी बेरहम हो सकती है। उसने मासूम बेटी काे दूध पिलाने के बहाने में गोद में लिया और फिर गला दबाकर व गर्दन की हड्डी तोड़कर मौत की नींद सुला दिया। इसके करीब एक माह बाद ही महिला ने अपने ढ़ाई साल के बेटे की भी हत्या कर दी।
हत्यारिन मां ने बच्ची की मौत के बाद सुबूत मिटाने को शव को दफनाया, बाद में बेटे की भी ली जान
यह बेरहम महिला चंडीगढ़ के बुड़ैल में रहती थी। बेटी की हत्या करने के बाद सुबूत मिटाने के लिए उसने शव को दफना दिया। महिला ने गणतंत्र दिवस के दिन बेटे की हत्या कर दी तो बेटी की जान लेने का खुलासा हुआ। इसके बाद बच्ची के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम में बच्ची की बेरहमी से हत्या करने का खुलासा हुआ। जीएमएसएच16 में पोस्टमार्टम करवाने के बाद रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासे से पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए।
इस खुलासे के बाद सेक्टर-34 थाना पुलिस ने हत्यारिन मां रूपा के खिलाफ भादसं की धारा 302 (हत्या) के साथ स़बूत मिटाने की कोशिश की धारा 201 भी जोड़ दी। बता दें कि महिला रूपा को गणतंत्र दिवस के दिन ढाई वर्षीय बेटे दिव्यांशू के मुंह में दस्ताना ठुंसकर हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उसे दो दिन की रिमांड खत्म होने के बाद आज अदालत में पेश किया।

मां की गोद में बेरहमी का शिकार बना ढ़ाई साल का बच्चा।
बताया जाता है कि महिला ने पति और ससुराल पक्ष को फंसाने और कानूनी दांव में फंसाने की मंशा से गणतंत्र दिवस पर ढाई वर्षीय बेटे दिव्यांशू और 21 दिसंबर 2019 को छह महीने की बेटी कोमल की हत्या करने की बात कबूल कर ली है। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत भेज दिया।
कब्र से निकाला था बेटी का शव, पति की शिकायत केस दर्ज हुआ था
गणतंत्र दिवस पर बुड़ैल में रहने वाले दशरथ उर्फ राजेश की शिकायत पर ढाई वर्षीय बेटे दिव्यांशू के मुंह में दस्ताना ठुंस हत्या कर शव बेड बॉक्स में रखने का मामला दर्ज किया गया था। दशरथ ने आरोप लगाया था कि हत्या करने के बाद रूपा घर से भाग गई है। बाद सेक्टर-34 थाना पुलिस ने रूपा को बुड़ैल से गिरफ्तार किया था। बताया जाता है कि पुलिस रिमांड में उसने बेटे की हत्या कबूल कर ली।
इसके बाद पिता दशरथ ने पुलिस को 21 दिसंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में अपनी छह महीने की बेटी की मौत के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने रूपा को उस मामले में भी संदिग्ध माना। पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया पूरी कर
बुधवार को पिता की निशानदेही पर सेक्टर-25 स्थित श्मशान घाट से तहसीलदार सुरेश की निगरानी में कब्र खोदकर बच्ची के शव को निकाला। शव का जीएमएसएच-16 में डॉक्टरों के स्पेशल पैनल से पोस्टमार्टम करवाया गया था।
क्या है पूरा मामला
मामले में पुलिस को दी शिकायत में दशरथ ने बताया कि वह मूलरूप से बिहार के जिला जुमई स्थित गांव मंत्रा निवासी है। पिछले दो साल से बुड़ैल में रहकर इलेक्ट्रिशन का काम करता है। साल 2016 में बिहार के स्थानीय निवासी युवती रूपा से परिवार के मर्जी से शादी हुई थी। वह पत्नी रूपा और ढ़ाई वर्षीय बेटे दिव्यांशू के साथ बुड़ैल स्थित मकान में रहता था। उसकी पत्नी हमेशा से बात-बात पर झगड़ा, पारिवारिक कलह करने के साथ कई बार घर छोड़कर मायके जा चुकी है।
दशरथ ने पुलिस को बताया कि वह रोजाना की 25 जनवरी की शाम ड्यूटी से वापस घर पहुंचा को पत्नी और बच्चा दोनों मौजूद नहीं थे। पहली बार में उसे लगा कि पत्नी नाराज होकर मायके चली गई होगी। इसके बाद उसने पत्नी के मायके वालों से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने रूपा के बिहार में मायके आने की बात से इन्कार किया। उसने परिवार और जानकारों के साथ रातभर रूपा और बेटे की तलाश की। 26 जनवरी की शाम को उसने बुड़ैल पुलिस चौकी में शिकायत दी। इसी शाम बच्चे की शव बेड बॉक्स में मिलने पर सेक्टर-34 थाना पुलिस ने मां रूपा को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दोनों मामलों का खुलासा हो गया।
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