चंडीगढ़ प्रशासन में एचसीएस अधिकारी की होगी नियुक्ति, हरियाणा ने भेजा तीन एचसीएस अधिकारियों के नाम का पैनल
चंडीगढ़ प्रशासन में अगले हफ्ते तक एक एचसीएस अधिकारी ज्वाइन करने जा रहा है। हरियाणा सरकार की ओर से 2011 बैच के एचसीएस अधिकारी मनोज खत्री 2013 बैच के प्रदीप अहलावत और 2016 बैच के भूपेंदर सिंह का नाम यूटी प्रशासन को भेजा गया है। अब प्रशासक की मंजूरी का इंतजार है।

डा.सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़। चंडीगढ़ प्रशासन में अगले हफ्ते तक एक एचसीएस अधिकारी ज्वाइन करने जा रहा है। नियुक्ति को लेकर यूटी प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल की मुहर का इंतजार है। हरियाणा सरकार ने यूटी के पत्र पर तीन एचसीएस अधिकारियों के नाम का पैनल भेज दिया है।
तीनों में से प्रशासक की ओर से चुने जाने वाले एक एचसीएस अधिकारी की डेपुटेशन पर चंडीगढ़ प्रशासन में नियुक्ति होगी। इसी साल डेपुटेशन पर यूटी में ज्वाइन करने वाली एचसीएस अधिकारी डा.रिचा राठी ने मूल कैडर (हरियाणा) जाने के लिए हरियाणा सरकार और यूटी चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखा था।
डा. रिचा राठी की जगह अब हरियाणा सरकार की ओर से 2011 बैच के एचसीएस अधिकारी मनोज खत्री, 2013 बैच के प्रदीप अहलावत और 2016 बैच के भूपेंदर सिंह का नाम यूटी प्रशासन को भेजा गया है। मनोज खत्री पहले भी चंडीगढ़ प्रशासन में डेपुटेशन पर नगर निगम में सेवाएं दे चुके हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में साल भर के अंदर हरियाणा वापसी करने वाली एचसीएस अधिकारी शशि वशुंधरा की जगह हाल ही में एचसीएस अधिकारी राधिका सिंह ने चंडीगढ़ प्रशासन में ज्वाइन किया है। हरियाणा के अधिकारियों का यूटी प्रशासन में काम करने से मोह भंग जाता जा रहा है।
यूटी प्रशासन में पंजाब और हरियाणा से करीब 15 एचसीएस और पीएसएस अधिकारी नियुक्त हैं। लेकिन अहम विभागों के बटवारे की बात आती है तो अधिकतर खास विभाग पंजाब के अधिकारियों के हिस्से में चले जाते हैं।
यूटी प्रशासन की अनदेखी के कारण हरियाणा से आने वाले एचसीएस अधिकारी साल भर के भीतर ही वापसी करने लगते हैं। वैसे एक समय ऐसा भी था जब यूटी प्रशासन में डेपुटेशन पर नियुक्ति को लेकर जबर्दस्त लाबिंग होती थी। बीते कुछ वर्षों में यूटी प्रशासन के कुछ अहम विभागों में जिनपर हरियाणा के एचसीएस अधिकरियों की नियुक्ति होती थी उनपर अब पंजाब कैडर के अधिकारियों की नियुक्ति होने लगी है।
चंडीगढ़ प्रशासन में दो महीने में बड़ा फेरबदल होगा
यूटी प्रशासन में नए अधिकारियों के आने से विभागों में फेरबदल की उम्मीद है। नए एचसीएस अधिकारी जिनके आने की सबसे अधिक उम्मीद जताई जा रही है उसमें कैप्टन मनोज खत्री का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। पहले वह नगर निगम में रहे हैं, लेकिन अब क्योकि उनकी नियुक्ति डा.रिचा राठी की जगह हो रही है, ऐसे में उन्हें यूटी प्रशासन के सचिवालय में नियुक्ति मिल सकती है।
यूटी प्रशासन में अगले दो महीनों में फिर से बड़ा फेरबदल होने की उम्मीद है। आइएएस स्तर पर भी कुछ अधिकारियों के विभागों में बदलाव होना तय है। स्वास्थ्य सचिव अजय चगती सितंबर में रिटायर होने जा रहे हैं। उनके कुछ विभाग सीनियर आइएएस अधिकारियों को मिल सकते हैं।
उधर यूटी प्रशासन में नियुक्त दो अधिकारियों की प्रमोशन को लेकर भी काफी चर्चाएं हैं। ऐसे में इन अधिकारियों को भी बड़े विभागों की जिम्मेदारी मिल सकती है। एचसीएस और पीसीएस अधिकारियों के विभागों में भी बदलाव होना तय माना जा रहा है।
यूटी प्रशासन में नियुक्ति दो पीसीएस अधिकारी डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन (डीएसई) हरसुहिंदरपाल सिंह बराड़ और डायरेक्टर हायर एजुकेशन रुबिंदरजीत सिंह बराड़ दोनों के आइएएस बनने को यूपीएससी ने हरी झंडी दे दी है।
दोनों के प्रमोशन को लेकर 15 अगस्त के बाद कभी भी लेटर जारी हो सकते हैं। दोनों अधिकारियों की पंजाब में वापसी या फिर यूटी प्रशासन में ही नियुक्ति को लेकर भी चर्चाएं काफी तेज चल रही हैं। शिक्षा विभाग में दोनों अधिकारियों के काम से यूटी प्रशासक गुलाब चंद कटारिया काफी प्रभावित हैं।
दो पीसीएस को मिली एक साल की एक्सटेंशन
चंडीगढ़ प्रशासन में डेपुटेशन पर नियुक्त दो पीसीएस अधिकारियों की एक्सटेंशन को मंजूरी मिल गई है। पंजाब सरकार की ओर से इस संबंध में यूटी प्रशासन को पत्र जारी कर दिया गया है। यूटी खेल विभाग के डायरेक्टर सौरभ कुमार अरोड़ा और डायरेक्टर सोशल वेलफेयर पालिका अरोड़ा को पंजाब सरकार ने एक साल ओर यूटी में सेवाएं देने के लिए एक्सटेंशन को मंजूरी दी है। हरियाणा से यूटी में नियुक्त एक दो अधिकारियों को भी एक साल की एक्सटेंशन मिलना तय है।
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