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    'सुखबीर पर गोली चलाने के पीछे ज्ञानी हरप्रीत सिंह का हाथ', श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार पर लगा गंभीर आरोप

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 10:15 PM (IST)

    शिरोमणि अकाली दल के नेता परमबंस सिंह बंटी रोमाणा ने आरोप लगाया है कि सुखबीर बादल पर 4 दिसंबर 2024 को हरमिंदर साहिब के बाहर हुई गोलीबारी के पीछे ज्ञानी हरप्रीत सिंह का हाथ था। उन्होंने कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सुखबीर बादल को धार्मिक सजा सुनाई और उनकी सुरक्षा व्यवस्था में हस्तक्षेप किया।

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    सुखबीर पर हुए हमले के पीछे ज्ञानी हरप्रीत सिंह: रोमाणा। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष परमबंस सिंह बंटी रोमाणा ने दावा किया है कि चार दिसंबर 2024 को श्री हरमिंदर साहिब के बाहर सुखबीर बादल पर चलाई गई गोली के पीछे ज्ञानी हरप्रीत सिंह हैं। एक निजी चैनल को दिए गए साक्षात्कार के दौरान उन्होंने कहा कि दो दिसंबर को सुखबीर बादल को धार्मिक सजा सुना श्री हरिमंदिर साहिब में सेवा लगी गई।

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    चूंकि सुखबीर बादल के पास जेड प्लस सुरक्षा है, इसलिए सुरक्षा के लिहाज वह कब कहां पर सेवा निभाएंगे, उसका दिन तय करने की सुरक्षाकर्मियों ने इजाजत मांगी, लेकिन इसकी इजाजत नहीं मिली। नारायण सिंह चौड़ा ने 4 दिसंबर को सेवा के दौरान सुखबीर बादल को गोली से मारने की कोशिश की।

    अकाली नेता ने दावा किया कि इजाजत नहीं मिलने के पीछे सूत्रधार की भूमिका ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने निभाई थी। हालांकि, वह हरप्रीत सिंह के नारायण सिंह चौड़ा के साथ संबंध होने की बात को स्थापित नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि आज केंद्रीय एजेंसियां शिरोमणि अकाली दल को कमजोर करने की साजिश रच रही हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है।

    इससे पहले भी 14-15 बार ऐसा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि भर्ती कमेटी के 4 सदस्य बीबी सतवंत कौर को प्रधान बनाना चाहते थे, लेकिन एजेंसियों के दबाव में उन्हें हरप्रीत सिंह को प्रधान बनाना पड़ा। अहम बात यह है कि बंटी रोमाणा ने यह बयान तब दिया है जब शिअद के नए गुट ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को अपना अध्यक्ष चुना है।

    नया गुट शिरोमणि अकाली दल होने का दावा कर रहा है और इसकी वीरवार को पहली बैठक होने जा रही है। बंटी रोमाणा ने दोहराया कि दो दिसंबर को सुनाए गए फैसले में ज्ञानी हरप्रीत सिंह के भी हस्ताक्षर हैं। तब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा था कि अलग हुआ धड़ा अपना अलग चूल्हा समेटे और अब उन्होंने खुद नया चूल्हा जला लिया है।