चंडीगढ़ दशहरा पर्व में पहुंचे राज्यपाल गुलाब चन्द कटारिया, पूर्व महापौर ने बताया सच्चा रामभक्त
चंडीगढ़ में दशहरा पर्व पर राज्यपाल गुलाब चन्द कटारिया ने धर्म के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। पूर्व महापौर देवेश मोदगिल ने उन्हें भगवान राम का सच्चा भक्त बताया। सांसद मनीष तिवारी ने बुराइयों के विरुद्ध संघर्ष करने का आवाहन किया। सत्य पाल जैन ने भारतीय संस्कृति को विश्व तक पहुँचाने की बात कही। मोदगिल ने भारतीय परंपराओं में विश्वास रखते हुए राष्ट्र को सशक्त बनाने पर जोर दिया।

जागरण संवाददाता, चण्डीगढ़। सेक्टर-48 में न्यू श्री तिरुपति बालाजी संस्थान द्वारा आयोजित भव्य दशहरा पर्व में पंजाब के राज्यपाल एवं चण्डीगढ़ के प्रशासक गुलाब चन्द कटारिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इस अवसर पर सांसद मनीष तिवारी, पूर्व सांसद सत्य पाल जैन तथा पूर्व महापौर देवेश मोदगिल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
पूर्व महापौर देवेश मोदगिल ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि गुलाब चन्द कटारिया भगवान राम के सच्चे भक्त हैं तथा अपनी कर्मठता, ईमानदारी एवं सरल स्वभाव के कारण उन्होंने न केवल राम भक्तों बल्कि सभी धर्मों के लोगों का हृदय जीत लिया है।
राज्यपाल कटारिया ने अपने संदेश में उपस्थित जनसमूह को धर्म के मार्ग पर चलने एवं जीवन में नैतिक मूल्यों को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि दशहरा अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है और इस संदेश को हमें अपने व्यक्तिगत जीवन और समाज में उतारने की आवश्यकता है।
सांसद मनीष तिवारी ने समस्त चण्डीगढ़वासियों को दशहरे की शुभकामनाएं दीं तथा सभी प्रकार की बुराइयों के विरुद्ध संघर्ष करने का आवाहन किया। पूर्व सांसद सत्य पाल जैन ने कहा कि आज समय आ गया है जब भारतीय संस्कृति, धार्मिक परंपराओं और जीवन मूल्यों को पूरे विश्व तक पहुँचाना चाहिए। जैन ने सेक्टर-43 एवं सेक्टर-48 में आयोजित विजयदशमी कार्यक्रमों में विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया और सेक्टर-43 में रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया।
इस अवसर पर पूर्व महापौर देवेश मोदगिल ने कहा कि आज आवश्यकता है कि भारतीय जनता अपनी भूली हुई ताकत को पहचाने और भारतीय परंपराओं में विश्वास रखते हुए राष्ट्र को इतना सशक्त बनाए कि समाज में मौजूद हर प्रकार के रावण का विनाश हो सके।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से – हनीत सिंह, अजय कुमार पांडेय, जसज्योत सिंह, सरताज सिंह, मुकेश कपूर, निर्मल सिंह, गुरविंदर सिंह, अनामिका वालिया, रमा मथारू, जी.के. गिरधर, डॉ. राजेश मित्तल, एम.के. गर्ग और ज्ञान सिंह थिंड शामिल थे।
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