चंडीगढ़ में गोवर्धन पूजा: गोबर से बना 15 फीट ऊंचा पर्वत, इस्कॉन मंदिर में की गईं तैयारियां
चंडीगढ़ के सेक्टर-45 गौशाला में गोवर्धन पूजा के लिए गाय के गोबर से 8 फीट चौड़ा और 15 फीट ऊँचा पर्वत बनाया जा रहा है। गौरी-शंकर सेवादल द्वारा निर्मित, यहाँ दोपहर 12 बजे से पूजा और लंगर का आयोजन होगा। सेक्टर-20 के गौड़ीय मठ मंदिर में चावलों से गोवर्धन पर्वत तैयार किया जा रहा है। सेक्टर-36 इस्कॉन मंदिर में भी विशेष तैयारियाँ की गई हैं।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। गोवर्धन पूजन के लिए गौशाला सेक्टर-45 में गाय के गोबर से पर्वत तैयार किया जा रहा है। यह पर्वत गौशाला संचालक गौरी-शंकर सेवादल की तरफ से तैयार किया जा रहा है। 8 फीट चौड़े और 15 फीट ऊंचे पर्वत का निर्माण गौशाला सेवादारों की तरफ से किया जा रहा है जिस में दोपहर 12 बजे से पूजा और उसके बाद लंगर का आयोजन होगा। चार बजे तक गोवर्धन पूजा के बाद विश्वकर्मा पूजा की जाएगी।
गौशाला सेक्टर-45 के अलावा शहर के विभिन्न मंदिरों में गोवर्धन पूजा की जा रही है। सेक्टर-20 स्थित गौड़ीय मठ मंदिर में पूजा के लिए चावलों से गोवर्धन पर्वत तैयार किया जा रहा है जबकि तालाब में कढ़ी को डालकर तैयार किया जा रहा है। इसी प्रकार से सेक्टर-36 स्थित इस्कान मंदिर में भी गोवर्धन पूजा के लिए विशेष तैयारियां की गई है जहां पर दोपहर से ही पूजा-अर्चना और उसके बाद लंगर का आयोजन होगा।
पर्वत के साथ गाय और भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा भी गोबर से की जा रही तैयार
गौशाला में बनाए जा रहे गोवर्धन पर्वत में गाय और भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा को भी तैयार किया जा रहा है। भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा एक छोटी ऊंगली पर पहाड़ को उठाकर खड़ी है। यह सारी कारीगर गौशाला के सेवादार गाय के गोबर और उसमें विभिन्न प्रकार के रंगोली के रंगों को मिलाकर बना रहे है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।