Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Punjab News: इंटर्न डॉक्टरों के लिए खुशखबरी, मान भत्ते में हुई बढ़ोतरी; रेजिडेंटों की भी बढ़ी सैलरी

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 08:02 PM (IST)

    पंजाब सरकार ने सरकारी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में इंटर्न जूनियर और सीनियर रेजिडेंटों के मानदेय में वृद्धि की है। इंटर्न का मानदेय 15000 से बढ़ाकर 22000 रुपये किया गया है। जूनियर रेजिडेंटों के लिए यह 76000 से 78000 रुपये और सीनियर रेजिडेंटों के लिए 92000 से 94000 रुपये तक होगा। इस वृद्धि से सरकार पर 33.22 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।

    Hero Image
    मेडिकल-डेंटल इंटर्न और रेजिडेंटों के मान भत्ते में बढ़े। सांकेतिक फोटो

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। राज्य के सरकारी मेडिकल और डेंटल कालेजों में इंटर्नशिप करने वाले , जूनियर रेजिडेंटों और सीनियर रेजिडेंटों के प्रति महीना मानभत्ते (स्टाईफंड) में बढ़ोतरी कर दी गई है।

    वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि वर्तमान में सरकारी मेडिकल और डेंटल कालेजों में इंटर्नों के 907, जूनियर रेजिडेंटों के 1408 और सीनियर रेजिडेंटों के 754 पद हैं।

    उन्होंने कहा कि इंटर्नों के लिए मानभत्ता 15,000 रुपए से बढ़ा कर 22,000 रुपए प्रति महीना कर दिया गया है। जूनियर रेजिडेंटों के लिए नये मानभत्ता ढांचे में मौजूदा 67,968 रुपए प्रति महीना से बढ़ कर पहले साल में 76,000 रुपए, दूसरे साल में 77,000 रुपए और तीसरे साल में 78,000 रुपए हो जाएंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसी तरह, सीनियर रेजिडेंटों को उनके मौजूदा 81,562 रुपए प्रति महीना से बढ़ा कर पहले साल में 92,000 रुपए, दूसरे साल में 93,000 रुपए और तीसरे साल में 94,000 रुपए मिलेंगे। वित्त मंत्री ने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों के लिए जरुरी स्रोत उपलब्ध कराने के प्रति राज्य सरकार के समर्पण को दोहराया।

    उन्होंने कहा कि इन मानभत्तों पर सालाना व्यय, जो वर्तमान में 204.96 करोड़ रुपए है। इस बढ़ोतरी के बाद 238.18 करोड़ रुपए हो जायेगा, जोकि सालाना लगभग 33.22 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी दर्शाता है। चीमा ने राज्य भर में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के विकास के प्रति पंजाब सरकार के संकल्प की पुष्टि भी की।

    उन्होंने इस मौके पर हाल ही में हर नागरिक को 10 लाख रुपए का बीमा कवर प्रदान करने की जिक्र करते हुये कहा कि ऐसे प्रयास जन कल्याण पर सरकार के फोकस को दर्शाते हैं। वित्त मंत्री ने भरोसा दिया कि पंजाब में स्वास्थ्य देखभाल ढांचे और सेवाओं के निरंतर विकास और सुधार के लिए फंडों की कोई कमी नहीं होगी।