चंडीगढ़ में जीएमसीएच-32 के कर्मचारी ने घर में घर में फंदा लगाया, बेटे ने ट्रेन से कटकर दी थी, तभी से सदमे में था
चंडीगढ़ में जीएमसीएच-32 के एक कर्मचारी ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह अपने बेटे की एक साल पहले हुई आत्महत्या के बाद से सदमे में थे। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और मामले की जांच जारी है। कर्मचारी के सहकर्मी और अस्पताल प्रशासन इस घटना से स्तब्ध हैं।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आत्महत्या के सटीक कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। बेटे के आत्महत्या करने के बाद से सदमे में चल रहे जीएमसीएच-32 के कर्मचारी ने फंदा लगाकर जान दे दी।53 वर्षीय कुलबीर कुमार रामदरबार में रहते थे। घटना के समय कुलबीर घर पर अकेले थे। पत्नी घर लौटी तो कुलबीर को फंदे पर लटका देखा। उन्होंने दुपट्टे से फंदा बनाया हुआ था। उनकी पत्नी ने घबराकर शोर मचाया।
पड़ोस के लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस को सूचना दी गई। सेक्टर-31 थाना पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। किसी तरह की गड़बड़ी के संकेत भी नहीं मिले हैं। कुलबीर के शरीर पर किसी बाहरी चोट का निशान नहीं पाया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आत्महत्या के सटीक कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
बेटे ने एक साल पहले ट्रेन से कटकर दी थी जान
पुलिस जांच के दौरान यह भी सामने आया कि करीब एक साल पहले कुलबीर के बड़े बेटे ने चलती ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। बेटे की मौत के बाद से कुलबीर सदमे में रहने लगे थे और शराब पीने लगे थे। परिजनों के मुताबिक, उस हादसे के बाद से वह अक्सर अकेले रहने लगे थे और मानसिक रूप से काफी परेशान थे। कुलबीर अपने पीछे पत्नी, दो बेटियां और एक बेटे को छोड़ गए हैं
जीएमसीएच-32 प्रशासन भी स्तब्ध
कुलबीर के आत्मघाती कदम से जीएमसीएच-32 अस्पताल का स्टाफ भी हैरान है। सहकर्मियों के मुताबिक कुलबीर शांत स्वभाव के व्यक्ति थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों से तनावग्रस्त नजर आ रहे थे। सेक्टर-31 थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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