श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने PM मोदी को लिखा पत्र, तत्काल मदद की अपील की
श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर पंजाब में बाढ़ से हुई तबाही पर दुख जताया है। उन्होंने 1500 गांवों और 3 लाख लोगों के प्रभावित होने का उल्लेख किया। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने फसलों पशुधन और बुनियादी ढांचे के नुकसान पर केंद्र सरकार से तत्काल कार्रवाई और मुआवजे की मांग की है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब में सबसे भयानक बाढ़ काे देखते हुए श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर में इस आपदा में पंजाब के साथ खड़े होने की अपील की है।
तीन पन्नों के अपने पत्र में ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने लिखा कि 17 अगस्त से शुरू हुई बाढ़ ने पंजाब के लगभग 1,500 गांवों और 3 लाख लोगों को प्रभावित किया है। रावी, ब्यास और सतलुज नदियों के उफान ने लाखों एकड़ कृषि भूमि को जलमग्न कर दिया, और भाखड़ा बांध भी पूरी तरह भर चुका है। इस तबाही ने फसलों, पशुधन और बुनियादी ढाँचे को भारी नुकसान पहुंचाया है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने इसे "बेहद दुखद" बताते हुए केंद्र सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री के उस ट्वीट का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने अफगानिस्तान में भूकंप पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी। उन्होंने ट्वीट के जवाब में लिखा, "प्रधानमंत्री जी, अफगानिस्तान के लिए संवेदना व्यक्त करना अच्छा है, लेकिन पंजाब भी इसी देश का हिस्सा है, जहां 1,500 गांव और 3,00,000 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। आपकी उदासीनता अत्यंत पीड़ादायक है।"
उन्होंने केंद्र सरकार से नष्ट फसलों, मजदूरों के घरों, खराब हुए कृषि उपकरणों, ट्यूबवेल और पशुधन के नुकसान का पूरा मुआवजा देने की मांग की है। बाढ़ के पानी के सूखने के बाद खेतों में जमी मिट्टी हटाने और खेतों को पुनर्जनन के लिए प्रति एकड़ डीजल पर 100% सब्सिडी और अगली फसल के लिए मुफ्त बीज व खाद देने की मांग उन्होंने अपने पत्र में लिखी है।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपने पत्र में आगे लिखा कि सार्वजनिक सेवाओं के लिए फंड की आवश्यकता है क्योंकि सड़कों, स्कूलों, पुलों, बिजली, पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य सेवाएं क्षतिग्रस्त की मरम्मत के लिए विशेष फंड की आवश्यकता है।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपने पत्र में पंजाब के ऐतिहासिक बलिदानों का उल्लेख करते हुए कहा कि गुरु तेग बहादुर, गुरु अर्जन देव और गुरु गोबिंद सिंह जैसे महान गुरुओं के योगदान और महाराजा रणजीत सिंह के आदर्श शासन काे कैसे भूलाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में पंजाब ने 85 प्रतिशत बलिदान दिया है, फिर भी इसे बार-बार उपेक्षित किया जाता है। पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां, मुख्यमंत्री भगवंत मान और विपक्षी नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी केंद्र से विशेष राहत पैकेज और लंबित 60,000 करोड़ रुपये की राशि जारी करने की मांग कर चुके हैं। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपील की कि पंजाब ने हमेशा देश के लिए योगदान दिया है, और अब समय है कि देश पंजाब के साथ खड़ा हो।
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