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    वॉट्सऐप में नया 'घोस्ट पेयरिंग' स्कैम, क्यूआर कोड स्कैन से अकाउंट हैक का खतरा; पंजाब पुलिस ने जारी की चेतावनी

    Updated: Tue, 23 Dec 2025 11:45 AM (IST)

    पंजाब पुलिस ने वॉट्सऐप उपयोगकर्ताओं को 'घोस्ट पेयरिंग' घोटाले के प्रति आगाह किया है, जिसमें साइबर अपराधी क्यूआर कोड के माध्यम से बिना ओटीपी के अकाउंट ...और पढ़ें

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    वॉट्सऐप में नया 'घोस्ट पेयरिंग' स्कैम (प्रतिकात्मक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने वॉट्सऐप यूजर्स को 'घोस्ट पेयरिंग स्कैम (Ghost Pairing Scam)' के प्रति आगाह किया है, जिसमें साइबर अपराधी क्यूआर कोड के माध्यम से बिना ओटीपी के अकाउंट हैक कर रहे हैं। यह घोटाला वॉट्सऐप के लिंक्ड डिवाइस फीचर का दुरुपयोग करता है, जिससे हैकर कॉल, मैसेज या वीडियो कॉल के जरिए क्यूआर कोड भेजकर अकाउंट को कंट्रोल कर सकते हैं।

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    ओटीपी-पासवर्ड की जरूरत नहीं

    पुलिस के अनुसार, साइबर अपराधी अब एक नए तरीके से लोगों के वॉट्सऐप अकाउंट को अपने कब्जे में ले रहे हैं। इस नए साइबर अपराध को 'घोस्ट पेयरिंग' घोटाला कहा जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि इस ठगी में न तो ओटीपी की जरूरत होती है और न ही पासवर्ड की। पुलिस ने अनजान क्यूआर कोड से बचने और टू-स्टेप वेरिफिकेशन ऑन रखने की सलाह दी है।

    पंजाब पुलिस ने बताया कि यह चेतावनी भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी सर्ट इन (CERT-In) की रिपोर्ट के बाद जारी की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबर अपराधी वॉट्सऐप के लिंक्ड डिवाइस फीचर का गलत फायदा उठा रहे हैं।

    क्या है घोस्ट पेयरिंग स्कैम?

    पंजाब पुलिस के मुताबिक, घोस्ट पेयरिंग घोटाले में अपराधी वॉट्सऐप के लिंक्ड डिवाइस सिस्टम का दुरुपयोग करते हैं। सामान्य रूप से इस सुविधा का इस्तेमाल मोबाइल के वॉट्सऐप अकाउंट को कंप्यूटर या लैपटाप से जोड़ने के लिए किया जाता है, लेकिन हैकर इसी प्रक्रिया के जरिए अकाउंट पर कब्जा कर लेते हैं।

    QR कोड संभल कर करें स्कैन 

    इस घोटाले में साइबर अपराधी पहले यूजर्स को फर्जी कॉल, संदेश या वीडियो काल करते हैं। इसके बाद नौकरी, इनाम, अकाउंट वेरिफिकेश या वॉट्सऐप हेल्प के नाम पर एक क्यूआर कोड भेजा जाता है। जैसे ही यूजर उस क्यूआर कोड को स्कैन करता है, उसका वॉट्सऐप अकाउंट हैकर के सिस्टम से जुड़ जाता है।

    सबसे खतरनाक बात यह है कि यूजर को इसकी कोई जानकारी नहीं मिलती। हैकर चुपचाप पूरे अकाउंट को कंट्रोल करने लगता है, फिर चैट, फोटो, वीडियो, कॉन्टेक्ट लिस्ट के साथ-साथ निजी जानकारी का भी गलत इस्तेमाल करता है।

    घोस्ट पेयरिंग स्कैम से कैसे बचें?

    • वॉट्सऐप के लिंक्ड डिवाइस सेक्शन को नियमित रूप से जांचें।
    • अगर कोई अनजान डिवाइस जुड़ा दिखाई दे तो तुरंत लॉग आउट करें।
    • किसी भी अनजान क्यूआर कोड को स्कैन न करें।
    • वॉट्सऐप में टू-स्टेप वेरिफिकेशन सुविधा जरूर चालू रखें।
    • साइबर ठगी की स्थिति में तुरंत साइबर अपराध पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं।

    पंजाब पुलिस की अपील

    पंजाब पुलिस ने स्पष्ट किया है कि वॉट्सऐप या कोई भी सरकारी विभाग कभी भी फोन या संदेश के जरिए क्यूआर कोड स्कैन करने को नहीं कहता। ऐसे किसी भी संदेश, काल या लिंक से सावधान रहने की जरूरत है।

    पंजाब पुलिस ने चेतावनी दी है कि थोड़ी सी लापरवाही भी भारी नुकसान का कारण बन सकती है। इसलिए सतर्क रहें, सुरक्षित रहें और इस घोस्ट पेयरिंग स्कैम की जानकारी दूसरों तक भी पहुंचाएं।