हेरिटेज आइटम से फ्रांस कनेक्शन, एक्शन प्लान तैयार करने चंडीगढ़ आए फ्रांस के एक्सपर्ट, देंगे तकनीकी सहयोग
हेरिटेज का फ्रांस कनेक्शन इसलिए फ्रांस के ही एक्सर्ट इसे सहेजने का एक्शन प्लान तैयार करने चंडीगढ़ आए हैं। चंडीगढ़ की हेरिटेज आइटम लगातार चोरी होकर विदेशी नीलाम घरों में नीलाम होती रहती हैं। इनकी ओपन आक्शन होती है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। हेरिटेज का फ्रांस कनेक्शन इसलिए फ्रांस के ही एक्सर्ट इसे सहेजने का एक्शन प्लान तैयार करने चंडीगढ़ आए हैं। दरअसल यह सभी हेरिटेज आइटम ली कार्बूजिए और उनके कजिन पियरे जेनरे ने डिजाइन की थी। अब विदेशी नीलाम घरों में एक आइटम ही लाखों में बिक जाती है।
ली और जेनरे दोनों ही फ्रांस के नागरिक थे। फ्रांस में ली के नाम पर फाउंडेशन भी है। कैपिटल कांप्लेक्स की तरह फ्रांस में भी कार्बूजिए की डिजाइन कई साइट हैं, जिसे यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा दिया है। इसी कनेक्शन को देखते हुए फ्रांस ने चंडीगढ़ की हेरिटेज आइटम को सहेजने के लिए तकनीकी सहयोग देने का प्रस्ताव दिया था। दोनों के बीच एग्रीमेंट हुआ था।
चंडीगढ़ की हेरिटेज आइटम लगातार चोरी होकर विदेशी नीलाम घरों में नीलाम होती रहती हैं। इनकी ओपन आक्शन होती है। पहले से जानकारी और शिकायत के बाद भी इन्हें रोका नहीं जा सकता। यह भी नहीं पता कि यह आइटम सही में चंडीगढ़ की धरोहर हैं भी या नहीं या फिर यह सभी इन आइटम की कापी रेप्लिका हैं। अब हेरिटेज आइटम का पता लगाने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन फ्रांस के एक्सपर्ट की मदद ले रहा है। लंबे इंतजार के बाद फ्रांस की टीम चंडीगढ़ आ चुकी है। यह टीम शहर के हेरिटेज फर्नीचर की प्रोक्टेक्शन, रेस्टोरेशन का काम करेगी। धरोहर को सहेजने का एक्शन प्लान तैयार करने में सहयोग देने के लिए फ्रांस की दस सदस्यीय टीम चंडीगढ़ आई है।
फ्रांस से यह एक्सपर्ट आए चंडीगढ़
इस टीम में कंजर्वेशन साइंटिस्ट, हेरिटेज रिस्टोरर, कंजर्वेशन आर्किटेक्ट, फ्रेंच सेंट्रल डायरेक्टर आफ ज्यूडिशियल पुलिस, फ्रांस के सांस्कृतिक मंत्रालय आर्किटेक्ट और इंस्पेक्टर जनरल हिस्टोरिक मान्यूमेंट शामिल हैं। सभी अपने एरिया के एक्सपर्ट हैं। वह टेक्निकली सहयोग देंगे।
इन जगहों का दौरा करने निकली टीम
यह टीम 19 नवंबर तक चंडीगढ़ में रहेगी। फ्रांस में ली कार्बूजिए फाउंडेशन की डायरेक्टर ब्रिगिटी बोयूवियर की अध्यक्षता में यह टीम चंडीगढ़ आई है। यह टीम हेरिटेज आइटम की प्रमाणिकता परखने, टैगिंग करने, कानूनी तौर पर इसे सुरक्षित करने, इसके संरक्षण और रेस्टोरेशन के लिए सहयोग देगी। पांच दिवसीय दौरे के दौरान टीम कैपिटल कांप्लेक्स, पंजाब यूनिवर्सिटी, गवर्नमेंट कालेज आफ आर्ट, म्यूजियम जैसी जगहों का दौरा करेगी। अलग-अलग डिपार्टमेंट के नोडल अधिकारियों से मीटिंग करेंगे।
2016 से चल रही प्रक्रिया
वर्ष 2016 में हेरिटेज फर्नीचर आइटम की सुरक्षा के लिए हेरिटेज आइटम प्रोजेक्शन सेल गठित किया गया था। 2019 में इस कमेटी का पुनर्गठन किया गया। इसके बाद मार्च 2020 में हेरिटेज आइटम आइडेंटिफिकेशन एंड इंस्पेक्शन कमेटी का गठन किया गया। सीनियर आर्किटेक्ट की अध्यक्षता में यह कमेटी गठित हुई थी। आजतक भी यह कमेटी अपना काम पूरा नहीं कर पाई है। अलग-अलग विभागों में मौजूद हेरिटेज आइटम की जांच का काम कर रही है।
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