इंडिया टीम के पूर्व कप्तान हरजिंदर सिंह ने शुरू की अपनी फुटबॉल अकादमी, अब मोहाली के पैरागान स्कूल में देंगे कोचिंग
चंडीगढ़ स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट की तरफ से कान्ट्रेक्ट रिन्यू नहीं होने के बाद इंडिया फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान हरजिंद्र सिंह ने अब अपनी नई अकादमी खोल ली है। अब वह मोहाली के सेक्टर 69 स्थित पैरागान स्कूल में फुटबॉल अकादमी का संचालन करेंगे।

चंडीगढ़, जेएनएन। फुटबॉल खेल को समर्पित हरजिंदर सिंह अब नई पारी की शुरुआत करने को तैयार है। दरअसल चंडीगढ़ स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट की तरफ से कान्ट्रेक्ट रिन्यू नहीं होने के बाद हरजिंद्र सिंह ने अब अपनी नई अकादमी खोल ली है। हरजिंदर ने बताया कि अब वह मोहाली के सेक्टर 69 स्थित पैरागान स्कूल में फुटबॉल अकादमी का संचालन करेंगे, उन्होंने बताया कि इस अकादमी में पहले से ही सिथेंटिक टर्फ ग्राउंड है। पहले से ही वहां पर फुटबॉल बेहतरीन कोचिंग दी जा रही थी। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ कोचिंग देना आसान था, इसलिए उन्होंने इस इस स्कूल को चुना और भविष्य में वहीं से वह देश के लिए फुटबॉलर तैयार करेंगे।
भारतीय फुटबाल टीम का 11 साल हिस्सा रहे हरजिंदर
हरजिंदर सिंह ने बताया कि वह वर्ष 1973 से लेकर वर्ष 1985 इंडिया टीम की तरफ से खेले। वर्ष 1974 में जिस टीम एशियन यूथ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। वह उस टीम का हिस्सा थे, इसके बाद भारतीय फुटबाल टीम ने किसी भी एशियन टूर्नामेंट में इतना शानदार प्रदर्शन नहीं किया। वह पहले फुटबॉल थे, जिन्हें पंजाब सरकार ने राज्य का सबसे प्रतिष्ठित खेल पुरस्कार महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड देकर सम्मानित किया। यह अवार्ड उन्हें वर्ष 1982 में मिला था। उन्होंने वर्ष 1998 में यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट ज्वाइन किया। चंडीगढ़ प्रशासन ने उन्हें साल 2018 में बेस्ट कोच का अवार्ड का अवार्ड दिया।
हरजिंद्र तैयार कर चुके 55 से ज्यादा नेशनल फुटबॉलर
हरजिंद्र बताते कि यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट से जुड़े रहने के दौरान उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि चंडीगढ़ फुटबॉल अकादमी को कामयाब बनाना है। उन्होंने बताया कि अगस्त 7, 2000 को चंडीगढ़ के प्रशासक रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल जेआरएफ जैकब ने चंडीगढ़ फुटबॉल अकादमी की नींव रखी थी, इस दौरान उन्हें अकादमी की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई। साल दर साल अकादमी ने बेहतरीन खिलाड़ी नेशनल टीम को दिए। मौजूदा समय में इंडिया की सीनियर टीम में अकादमी के चार ट्रेनी खिलाड़ी खेल रहे हैं। इनमें नरेंद्र, अमरजीत, नीशु और हितेश शामिल है। अंडर -19 में सेलो, नन्नी, अमन और टायसन खेल रहे हैं। वहीं अंडर-17 में प्रीतम, शिवाजीत समेत दो और खिलाड़ी खेल रहे हैं। अभी मेरी कोशिश यही रहेगी कि हम अपनी अकादमी में गरीब व स्लम एरिया के फुटबॉलर्स को भी जोड़े, ताकि बेस्ट टीम बन सके।
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