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Father's Day: शुभमन गिल को क्रिकेटर बनाने के लिए पिता ने खेतों में बनाया ग्राउंड, बेटे के लिए छोड़ी खेती

शुभमन गिल का पंजाब के फाजिल्का जिले के चक खेरेवाला गांव में हुआ। शुभमन के पिता ने बताया कि उन्होंने अपने सबसे बड़े खेत में एक स्थायी क्रिकेट ग्राउंड बना दिया। ताकि शुभमन बतौर बल्लेबाज ज्यादा से ज्यादा प्रेक्टिस कर सके।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 03:17 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 05:53 PM (IST)
Father's Day: शुभमन गिल को क्रिकेटर बनाने के लिए पिता ने खेतों में बनाया ग्राउंड, बेटे के लिए छोड़ी खेती
भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर बल्लेबाज शुभमन गिल और उनके पिता।

चंडीगढ़, [विकास शर्मा]। Father's Day: इन दिनों World Test Cricket Final मुकाबला खेल रहे भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर बल्लेबाज और क्रिकेट से अपनी अलग पहचान बनाने वाले शुभमन गिल की कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है। शुभमन के पिता लखविंदर सिंह बताते हैं कि जब शुभमन पैदा भी नहीं हुए थे, तभी से उन्होंने उसे क्रिकेटर बनाने के सपने देखना शुरू कर दिए थे।

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पंजाब के फाजिल्का जिले के चक खेरेवाला गांव में शुभमन का जन्म हुआ। शुभमन के लिए मैंने अपने सबसे बड़े खेत में एक स्थायी क्रिकेट ग्राउंड बना दिया। शुभमन बतौर बल्लेबाज ज्यादा से ज्यादा प्रेक्टिस कर सकें, इसके लिए में युवाओं को चुनौती देता जो शुभमन को आउट करेगा, उसे मैं 100 रुपये इनाम दूंगा। इनाम के लिए कई लड़के ग्राउंड में पहुंच जाते थे। शुरुआत के पांच से छह महीने मेरे पैसे खर्च हुए लेकिन फिर वो मुकाम आया कि पूरा दिन गेंदबाजी करने के बाद भी शुभमन को कोई आउट नहीं कर पाता।

शुभमन गिल की बचपन की तस्वीर जिसमें वह बल्ला पकड़े हुए हैं।

शुभमन को क्रिकेटर बनाने के लिए छोड़ दी थी खेतीबाड़ी

लखविंदर बताते हैं कि बेटे की खातिर उन्होंने अपने गांव की खेतीबाड़ी छोड़ दी और मोहाली में शिफ्ट हो गए। शुभमन ने काफी समय तक स्कूल की एक क्रिकेट एकेडमी में कोचिंग ली और उसके बाद मैंने उसे पीसीए मोहाली की क्रिकेट एकेडमी में एडमिशन दिलवा दिया। जहां शुभमन ने काफी कुछ सीखा। शुभमन की क्रिकेट में ऐसी लग्न लगी थी कि वह रोज सुबह 3.30 बजे उठते थे और 4 बजे एकेडमी में पहुंच जाते थे। दिनभर प्रैक्टिस करते और शाम को खड़े होकर सीनियर प्लेयर्स के सेशन को देखते।

पिता बोले- शुभमन के बेस्ट का अभी भी है इंतजार

साल -2018 अंडर -19 वर्ल्ड कप में शुभमन गिल ने पांच मैचों में 124 की औसत से 372 रन बनाए थे। इस शानदार प्रदर्शन के बाद ही क्रिकेट प्रेमी उन्हें जूनियर डॉन ब्रेडमैन कहने लगे थे।  इसके बाद शुभमन गिल ने कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ खेलते हुए और भारतीय टीम के खेलते हुए कई मैचों में खुद को साबित किया। वहीं पिता का कहना है कि शुभमन अभी भी अपना बेस्ट नहीं दे पाया है, उसको अपना बेहतरीन प्रदर्शन अभी देना है।


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