पिता ने नशेड़ी पत्नी के साथ मासूम को छोड़ा, मां ने बेची तो बनी दो लोगों की हवस का शिकार; भाई भी करता था गंदा काम
चंडीगढ़ में एक 12 वर्षीय नेपाली लड़की को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया गया। लड़की ने बताया कि वह पिछले तीन सालों से एक महिला के घर और चिकन रेहड़ी पर काम कर रही थी जहाँ वह शारीरिक शोषण का शिकार हो रही थी। पुलिस ने उसे रेस्क्यू कर अशियाना भेज दिया है। सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन गुरप्रीत कौर ने बताया कि लड़की को कभी स्कूल नहीं भेजा गया।

सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़। पिता का दुलार और मां की ममता उस समय तार-तार हो गए जब 12 वर्षीय नेपाली मूल की मासूम चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के सामने पहुंची। मामला सेक्टर-61 पुलिस थाने का है, जहां बद्दी की अज्ञात महिला ने पुलिस हेल्पलाइन पर कॉल कर बताया कि उसकी जानकार लड़की चंडीगढ़ में रह रही है।
बच्ची को करीब 60 साल की सुनीता मां से लेकर गई थी लेकिन मासूम बीते तीन साल से घर के साथ चिकन की रेहड़ी पर काम कर रही है। रेहड़ी पर काम करने के साथ वह सुनीता के नौकर और भाई से शारीरिक शोषण का शिकार हो रही है।
पुलिस ने कार्रवाई कर मासूम को रेसक्यू कर डीडब्ल्यूसी के सामने पेश किया तो पता चला कि एक नशे के कारण पिता ने पत्नी संग मासूम को छोड़ा और मां ने ममता को नकार कर उसे सुनीता के साथ भेज दिया। विधवा सुनीता ने भी ममता को कुचल कर मासूम से घर का काम कराया और उसके बाद उसे नौकर और भाई की हवस का शिकार बनने दिया।
रेसक्यू के बाद मासूम को भेजा अशियाना
पुलिस द्वारा मासूम को रेस्क्यू करने और सीडब्ल्यूसी के सामने हुए बयान के बाद 12 वर्षीय बच्ची को चंडीगढ़ प्रशासन के चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन (सीसीआइ) सेकटर-15 स्थित अशियाना में भेज दिया है।
आशियाना पहुंचने के बाद मासूम खुश है क्योंकि अब उसे न तो घर का काम करना पड़ रहा है और न ही शारीरिक शोषण का शिकार होना पड़ रहा है।
अधेड़ भाई दिखाता था पोर्न वीडियो
सीडीब्ल्यूसी को दिए ब्यान में 12 वर्षीय बच्ची ने बताया कि सुनीता का अधेड़ उम्र का भाई उसे घर में फोन पर पोर्न वीडियो दिखाता था और उसके गुप्तांग अंगों को छेड़ता था। कई बार उसके साथ वह अधेड़ गलत काम भी करता था जिससे उसे बहुत ज्यादा दर्द होता था।
वहीं घर में काम करने वाला नौकर भी उसे घर के अलग-अलग कोनों में ले उसके शरीर को जाकर जगह-जगह से छूता था और कभी घर में पोछा तो कभी बर्तन साफ करवाने का काम करवाता था।
कभी नहीं गई स्कूल: गुरप्रीत कौर
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी चेयरर्सन गुरप्रीत कौर के अनुसार मासूम को कभी स्कूल नहीं भेजा गया। मां घर में सीरिंज से खुद को टीके लगाती है और बहुत ज्यादा तड़पती है।
चंडीगढ़ में रहने वाली सुनीता ने उसकी मां को कहा था कि वह उसे पढ़ाएगी और एक अच्छा इंसान बनाएगी। तीन वर्ष से सुनीता ने न कभी उसे स्कूल भेजा और न ही कभी आराम करने दिया।
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