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    शंभू बॉर्डर पर स्थिति शांतिपूर्ण, मौके पर पहुंचे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर; बताएंगे आगे की रणनीति

    किसान आंदोलन के तहत किसानों का जत्था एक बार फिर से दिल्ली कूच कर रहा है। रविवार को दोपहर 12 बजे के बाद पंजाब-हरियाणा सीमा पर किसानों ने अपना पैदल मार्च फिर से शुरू किया। हालांकि कुछ मीटर चलने के बाद उन्हें हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग पर रोक दिया। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे।

    By Jagran News Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sun, 08 Dec 2024 04:49 PM (IST)
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    शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच के लिए बढ़े किसान

    डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए 101 किसानों का जत्था ने पंजाब-हरियाणा सीमा पर रविवार को दोपहर 12 बजे के बाद दिल्ली के लिए अपना पैदल मार्च फिर से शुरू किया।

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    हालांकि, कुछ मीटर चलने के बाद उन्हें हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग पर रोक दिया। हरियाणा पुलिस ने किसानों से पैदल मार्च निकालने के लिए अनुमति दिखाने को कहा। हरियाणा पुलिस ने पहले किसानों से आगे नहीं बढ़ने को कहा था और अंबाला प्रशासन द्वारा भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत लगाए गए निषेधाज्ञा का हवाला दिया था।

    किसान बोले- फूलों में मिला था केमिकल

    किसानों को शांत रखने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा गोले दागने से पहले फूलों की वर्षा की गई थी। परंतु किसानों का कहना है कि हरियाणा प्रशासन द्वारा फेंके गए फूलों में केमिकल मिलाया गया था, जिससे हमारे किसान घायल हुए हैं। 12 बजे से 4 बजे तक चले इस पूरे घटनाक्रम के बाद स्थिति अभी की शांतिपूर्ण है और कुछ ही देर में किसान नेताओं द्वारा प्रेस कांफ्रेंस की जाएगी। जिसमें आगे की स्थिति के बारे में किसानों द्वारा बताया जाएगा।

    पुलिस के फूल में केमिकल था- किसान

    बैरिकेडिंग के पास बैठे कुछ किसानों का एक आरोप है कि हरियाणा सरकार द्वारा फूल फेंके गए जिसमें केमिकल मिला हुआ था, इससे उनकी तबीयत खराब हुई है। जिससे भी किसान जख्मी हुए हैं। अब तक कुल 4 किसान ज़ख्मी हुए है जिन्हें राजपुरा के सिविल अस्पताल ले जाया गया है।

    ड्रोन से देखिए शंभू बॉर्डर का नजारा

    शंभू बॉर्डर से आज दिल्ली कूच के लिए किसानों का जत्था आगे बढ़ा था। आगे बढ़ रहे किसानों को पुलिस ने बैरिकेटिंग लगाकर रोक दिया है। देखिए पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर से ड्रोन से ली गई दृश्य।

    पुलिस ने बरसाए फूल

    पुलिस ने पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर दिल्ली कूच के लिए अड़े किसानों पर फूल बरसाए।

    आंदोलनकारी किसानों के चाय दे रहे हैं पुलिसकर्मी

    शंभू बॉर्डर पर हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने पंजाब के आंदोलनकारी किसानों को चाय ऑफर किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह अदरक वाली चाय है। इस बारे में जब युक्त सुरक्षा कर्मी से सवाल किया गया तो जवाब मिला कि आपके घर कोई आए तो क्या आप उसकी सेवा नहीं करेंगे। हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने आंदोलन कारियों को बिस्किट और पानी की बोतल भी ऑफर की।

    शंभू बॉर्डर पर घायल हुआ एक किसान

    हरियाणा पुलिस द्वारा दोबारा आंसू गैस के गोले दागे गए जिसमें एक किसान घायल हो गया। पटियाला प्रशासन द्वारा उक्त किसान को राजपुरा के सिविल अस्पताल ले जाया गया।

    मीडिया को नहीं रोका गया है- एसएसपी पटियाला

    पटियाला के SSP नानक सिंह ने कहा कि मीडिया को नहीं रोका गया है। हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है लेकिन मीडिया को जानकारी देना जरूरी था। पिछली बार हमें पता चला था कि 3-4 मीडियाकर्मी घायल हो गए हैं। उससे बचने के लिए हमने मीडिया को जानकारी दी। हम कोशिश करेंगे कि ऐसा न हो, लेकिन अगर कोई घायल होता है, तो उसे निकालने के लिए हमारे पास मेडिकल टीम है।

    पंढेर बोले- हम किसी भी तरह के बलिदान के लिए तैयार

    शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमारे 101 किसानों और मजदूरों का जत्था पहुंच चुका है। हमने पहले ही सूची जारी कर दी है, अगर उन्होंने (पुलिस) तय किया है कि वे हमें आगे बढ़ने देने से पहले आईडी की जांच करेंगे, तो उन्हें हमें बताना चाहिए कि हम इसमें सहयोग करेंगे।

    उन्होंने कहा कि हमने अनुशासन दिखाया है और आगे भी दिखाते रहेंगे। वे आज आंसू गैस का अधिक उपयोग कर रहे हैं, क्योंकि हवा का रुख हमारी ओर है। हम किसी भी तरह की बलिदान के लिए तैयार हैं। यह पीएम के पास है जिनके पास हमारी समस्याओं का समाधान है, या तो वे ऐसा करें या हमें दिल्ली मार्च करने दें।

    'हम पहले पहचान करेंगे, फिर आगे जाने देंगे'

    पुलिस ने किसानों के दिल्ली कूच को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। मौके पर तैनात हरियाणा पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि हम पहले उनकी (किसानों की) पहचान करेंगे और फिर उन्हें आगे जाने देंगे। हमारे पास 101 किसानों के नामों की सूची है, और ये वे लोग नहीं हैं। वे हमें अपनी पहचान नहीं करने दे रहे हैं। भीड़ के रूप में आगे बढ़ रहे हैं।

    एक बार फिर आमने-सामने किसान और पुलिस

    किसान और पुलिस फिर से आमने-सामने हैं। हरियाणा पुलिस द्वारा बार बार एनाउंसमेंट के जरिए कहा जा रहा कोई भी सरकारी सम्पत्ति को नुकसान न पहुंचाये और कानून के आदेशों का पालन करें।

    पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

    हरियाणा प्रशासन व किसानों के बीच चल रही बहस के बीच पीछे से अन्य किसानों व लोगों को आता देख हरियाणा पुलिस द्वारा 4 से 5 गोले लगातार और दागे गए। किसानों के साथ बहस में हरियाणा पुलिस का कहना था कि जो लिस्ट 101 लोगों की हमे सौपी गयी थी उसमें वे किसान यह नहीं हैं ना तो ये किसान पूछताछ में सहयोग कर रहे हैं और ना ही कोई पहचान पत्र दिखा रहे हैं.