Farmer Protest Live: 13 महीने बाद शंभू बॉर्डर क्लियर, दिल्ली के लिए खुला हाईवे; फिलहाल नहीं देना होगा टोल
Farmer Protest Live News: सभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर बुधवार को दोपहर तीन बजे केंद्रीय मंत्रियों के साथ संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की चंडीगढ़ में बैठक हुई। वार्ता विफल रहने पर साढ़े तीन बजे पंजाब सरकार के प्रतिनिधियों ने किसानों (Farmer Protests) के साथ बैठक की और नेशनल हाईवे खोलने की अपील की, लेकिन किसान नहीं माने, जिसके बाद पंजाब पुलिस ने ‘मोर्चा हटाओ अभियान’ का फैसला किया।

डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। Farmer Protest Live News: पंजाब के शंभू व खनौरी बॉर्डर पर पिछले 13 माह से धरने पर बैठे किसानों को भगवंत मान सरकार ने सुनियोजित ढंग से हटाकर दोनों मोर्चों पर बुलडोजर चलवा दिया है। सरकार ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसानों (Farmer Protest Live News) की सातवें दौर की बातचीत विफल रहने के अवसर को ‘मोर्चा हटाओ अभियान’ के लिए चुना। रात 9:30 बजे दोनों मोर्चे खाली करवा लिए। बुधवार को पंजाब सरकार दे द्वारा बैरिकेडिंग हटाने के बाद आज यानी गुरुवार को किसान एकजुट होने लगे हैं, जिससे बवाल बढ़ने के आसार हैं।
पंजाब पुलिस द्वारा बॉर्डर से किसानों के तंबू हटाए जाने पर किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, "यह तानाशाही रवैया है। लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। प्रशासन और अधिकारियों को बातचीत से रास्ता निकालना चाहिए था... पंजाब की जत्थेबंदी जो फैसला लेगी, हम उनके साथ हैं। कल 21 मार्च को उत्तर प्रदेश में हर ज़िला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा और ज़िलाधिकारी को ज्ञापन सौपेंगे।"
शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटाए गए प्रदर्शनकारी किसानों पर पंजाब विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत मान से यही उम्मीद थी। उन्होंने (AAP सरकार) किसानों को धोखा क्यों दिया? एक तरफ उन्होंने किसानों को मीटिंग के लिए बुलाया और फिर किसानों को हिरासत में ले लिया। भाजपा और AAP एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। हरियाणा सरकार ने बॉर्डर खाली कराना शुरू कर दिया है। वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि लुधियाना पश्चिम उपचुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा चुनाव जीतें ताकि अरविंद केजरीवाल राज्यसभा सदस्य बन सकें।

शंभू बॉर्डर से अंबाला का रास्ता खोल दिया है। फिलहाल नेशनल हाईवे का निरीक्षण किया जा रहा है। कुछ ही देर में आवाजाही के लिए राजपुरा से अंबाला की तरफ जाने वाला रास्ता एक तरफ से खोल दिया जाएगा।

अमृतसर में आज सुबह जहां किसानों को प्रदर्शन करने से पहले पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं, दोपहर होते ही लगभग 300 किसानों ने रंजीत एवेन्यू ग्राउंड में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
पुलिस की कार्रवाई के बाद पंजाब सरकार के खिलाफ तरनतारन जिले के डीसी कार्यालय समक्ष किसानों ने अपना आंदोलन शुरू कर दिया है। इससे पहले जम्मू-कश्मीर राजस्थान राष्ट्रीय मार्ग स्थित गांव उस्मा के टोल प्लाजा पर धरना देने की कोशिश की थी। किसानों ने तैयारी करते गुरुद्वारा बाबा सुधाना साहिब में रात को ही इकट्ठा करना शुरू कर दिया था। जिसके बाद उक्त इलाके को पुलिस छावनी में बदल दिया गया।

बठिंडा रोड पर सरकार के खिलाफ रोष धरना देने की तैयारी कर रहे किसानों को मुक्तसर पुलिस ने डिटेन कर लिया है। सुबह करीब ग्यारह बजे किसान नेता बठिंडा रोड पर धरना देने के लिए पहुंच गए और वहां पर धरना देने की तैयारियां करनी शुरू कर दी। जैसे ही पुलिस को इसका पता लगा तो पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर किसानों को तुरंत डिटेन कर लिया। पुलिस किसानों को गाड़ी में डालकर अपने साथ ले गई ताकि वे लोग प्रदर्शन न कर सकें।
जालंधर में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने की जिद पर किसान अड़ गए हैं। फिलहाल पुलिस और किसानों के बीच बहस जारी है। डल्लेवाल को पिम्स अस्पताल से जालंधर कैंट स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में लाया गया है। जानकारी मिलते ही जिले के किसान संगठन के सदस्य उनसे मिलने केंट पहुंचे। पुलिस और किसानों के बीच माहौल गर्म है।

फाजिल्का में पुलिस ने बुधवार रात से ही कार्रवाई शुरू कर दी। कई किसान नेताओं को रात में ही हिरासत में ले लिया गया, जबकि वीरवार सुबह थेहकलंदर के गुरुद्वारा साहिब से सड़क जाम करने जा रहे किसानों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इन किसानों को अलग-अलग थानों में ले जाया गया है, जबकि कुछ किसान अभी भी गुरुद्वारा साहिब में आगे की रणनीति बनाने के लिए डटे हुए हैं।

किसानों के धरने को जबरन खाली करवाने के चलते आज किसान संगठनों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर पंजाब सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रकट करने का आह्वान किया गया था। जिसके चलते फरीदकोट में बड़ी संख्या में किसान टहना टी-प्वाइंट पर राष्ट्रीय राजमार्ग 15 को जाम करने के लिए एकत्र हुए थे। लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने इन किसानों को हिरासत में ले लिया और बसों में भरकर अज्ञात स्थान पर ले गई। आज 200 से अधिक किसानों को हिरासत में लिया गया और बसों में भरकर अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।
बठिंडा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर रामपुरा चौक में धरना लगाने आए किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। किसान यहां पर धरना लगाना चाहते थे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।

अमृतसर की रणजीत एवेन्यू में प्रदर्शन करने पहुंचे किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सदस्यों को पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर बस में बैठे किसान पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए।

मोगा में डिप्टी कमिश्नर कार्यालय की तरफ जा रहे किसानों और पुलिस के बीच हाथापाई हो गई। किसानों के आगे पुलिसकर्मी बेबस दिखाई पड़े। पुलिस से हाथापाई के बाद डीसी कार्यालय की तरफ बढ़े कई किसान।
किसानों की ओर से धरने लगाने का एलान कर देने के बाद पुलिस प्रशासन भी सतर्क हो गया है। किसानों को धरने लगाने से रोकने के लिए उनको गिरफ्तार किया जा रहा है। बठिंडा में अभी तक 20 से अधिक किसानों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि, किसानों ने मंडी कलां, गांव जीदा, तलवंडी साबो में धरने लगा दिए हैं। वहीं, रामपुरा में चंडीगढ़ नेशनल हाईवे भी किसानों के जाम करने की योजना है। लेकिन यहां पर पुलिस फोर्स तैनात है। इस कारण अभी तक यहां पर धरना नहीं लगा है।

एसएसपी पटियाला शंभू बॉर्डर पहुंच गए हैं और फिलहाल शंभू बॉर्डर पर मौजूद हैं। एसएसपी खुद ही पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर रोड क्लियर करवा रहे हैं।

खनौरी बॉर्डर पर किसान मोर्चा हटाने की कार्रवाई पर किसान नेता लखविंदर सिंह औलख ने पंजाब सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को धोखा दिया है। एमएसपी गारंटी कानून सहित अन्य मांगों को लेकर 13 महीने से चल रहे मोर्चे को पंजाब सरकार ने तहस-नहस कर दिया है।

खनौरी और शंभू बॉर्डर पर हुए एक्शन के बाद किसानों ने अगली रणनीति बनाने शुरू कर दी है। किसान मजदूर संघर्ष समिति की तरफ से गांव तलवंडी भुगेरियां में किसानों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। वहीं, दूसरी तरफ भारी पुलिस बल को यहां तैनात किया जा रहा है।

बुधवार को पंजाब पुलिस के एक्शन के बाद से किसान अब अपना सामना ले जा रहे हैं। वहीं, शंभू बॉर्डर से पक्की बैरिकेट हटाई जा रही है। कुछ ही देर में शंभू बॉर्डर खुल जाएगा।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को पिम्स अस्पताल से जालंधर कैंट स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस शिफ्ट किया गया। इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम साथ में गई है।
बीकेयू के जिला प्रधान कुलविंदर सिंह मसियाणा के घर पुलिस पहुंची है। जब पुलिस पहुंची तो कुलविंदर सिंह गांव में नहीं थे। मसियाणा गांव जंडियाला मंजकी के पास है। जिले के अन्य किसान नेताओं के घर में भी पुलिस पहुंचने की जानकारी मिली है।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का जालंधर पिम्स अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां विशेषज्ञों की टीम पहुंची है। अस्पताल के बाहर भारी सुरक्षाबल मौजूद हैं। वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं।

पंजाब के तरनतारन में जम्मू-कश्मीर राजस्थान राष्ट्रीय मार्ग स्थित गांव उस्मा टोल प्लाजा के समीप किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से बैठक की जा रही है। गुरुद्वारा बाबा सुधाना जी में बैठक चल रही है जबकि बाहर पुलिस फोर्स तैनात की गई है। बता दें कि किसानों की बैठक स्थान से महज 50 मीटर पर टोल प्लाजा है, पंजाब पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से कड़ी की गई है।

खनौरी बॉर्डर पर अभी काफी संख्या में किसानों की ट्रॉलियां मौजूद हैं, जिन्हें हटाने के लिए फिर से कार्रवाई आरंभ कर दी गई है।

खनौरी बॉर्डर पर अभी काफी संख्या में किसानों की ट्रॉलियां मौजूद हैं, जिन्हें हटाने के लिए फिर से कार्रवाई आरंभ कर दी गई है।
पंजाब पुलिस ने कार्रवाई के दौरान कई किसानों को हिरासत में लिया था। बुधवार को हिरासत में लिए गए कई किसानों को आज पटियाला सेंट्रल जेल भेजा गया है।
किसानों ने डीसी दफ्तरों के बाहर दोपहर 12:00 बजे से प्रदर्शन किए जाने का एलान।

शंभू बॉर्डर पर फिलहाल सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, हरियाणा पुलिस के द्वारा किसानों की आवाजाही को रोकने के लिए शंभू बॉर्डर पर लगाए गए कंक्रीट के बैरिकेड्स अब हटाये जा रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से इस आंदोलन में शामिल किसान मजदूर मोर्चा के नेता सतनाम सिंह पन्नू ने किसान आंदोलन पर पंजाब सरकार के एक्शन का विरोध करते हुए एलान किया है कि आज राज्य भर के सभी जिलों में डीसी दफ्तरों का घेराव किया जाएगा और मौजूदा आंदोलन को इसकी मांगें माने जाने तक जारी रखा जाएगा।
शंभू बॉर्डर पर बुधवार देर रात 1:00 बजे तक चले किसान आंदोलन पर एक्शन के दौरान जहां नेशनल हाईवे पर किसानों द्वारा लगाई गई अधिकतर ट्रालियों को प्रशासन ने वहां से हटा दिया। नेशनल हाईवे लगभग क्लियर हो चुका है। यहां जो कुछ गिनी चुनी ट्रालियां बची हैं ,उसके बारे में प्रशासन ने किसानों को कहा है कि वह स्वयं इन ट्रालियों को हटा लें अन्यथा इन्हें कस्टडी में ले लिया जाएगा। आज दोपहर करीब 1:00 बजे से पहले नेशनल हाईवे के फिर से खुल जाने की संभावना है। फिलहाल शंभू बॉर्डर पर इंटरनेट सर्विस बंद है।

पंजाब सरकार की और से शंभू और खनौरी बॉर्डर खुलवाने के बाद किसान मजदूर संगठनों में सरकार खिलाफ रोष है। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा कि पंजाब पुलिस की और से निशान नेताओं की धरपकड़ शुरू कर दी है। शांति से प्रदर्शन कर रहे किसानों की मारपीट करके टेंट उखाड़ कर धक्का किया गया है। जिसके चलते सरकार और पंजाब पुलिस प्रति रोष जाहिर करने लिए राज्य भर के डीसी कार्यालयों का घेराव आज से शुरू किया जाएगा। केंद्र सरकार के साथ मिलकर पंजाब सरकार ने किसानों खिलाफ जो षडयंत्र रचा है, उसके नतीजे भुगतने पड़ेंगे।