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    मोहाली में लॉरेंस गैंग और पुलिस के बीच मुठभेड़, फायरिंग के बाद चार गुर्गे गिरफ्तार; 7 पिस्तौलें बरामद

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 07:32 PM (IST)

    डेराबस्सी में पुलिस और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो बदमाश घायल हुए और दो ने आत्मसमर्पण किया। पुलिस ने 7 पिस्तौल और 70 कारतूस बरामद किए। ये कार्रवाई 12 नवंबर को घग्गर में हुई मुठभेड़ से जुड़ी है, जिसमें हथियार सप्लाई करने वाले मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ था। आरोपी विदेश में बैठे गैंगस्टरों के निर्देश पर काम कर रहे थे और युवाओं को हथियार सप्लाई के लिए भर्ती कर रहे थे।

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    डेराबस्सी में लॉरेंस गैंग और पुलिस के बीच मुठभेड़, दो बदमाशों को लगी गोली; चार गिरफ्तार।

    संवाद सहयोगी, डेराबस्सी। डेराबस्सी में बुधवार दोपहर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बदमाशों के साथ पुलिस की भीषण मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ 15 दिनों के भीतर दूसरी बड़ी कार्रवाई है। हाईवे से कुछ दूरी पर स्थित एक खाली इलाके में पुलिस ने चार बदमाशों को घेरा, जिसके बाद दोनों ओर से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो बदमाशों के पैरों में गोली लगी, जिन्हें काबू कर अस्पताल भेजा गया। जबकि अन्य दो बदमाशों ने पुलिस टीम के सामने सरेंडर कर दिया।

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    मुठभेड़ में डेराबस्सी पुलिस के साथ मोहाली पुलिस की विशेष टीम और एजीटीएफ (एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स) शामिल रही। पकड़े गए सभी बदमाश पंजाब के रहने वाले हैं और लॉरेंस गैंग से जुड़े बताए जा रहे हैं।

    सीक्रेट इनपुट पर शुरू हुई कार्रवाई

    पुलिस सूत्रों के अनुसार यह मुठभेड़ 12 नवंबर को घग्गर के पास हुए एनकाउंटर से जुड़ी है। उस कार्रवाई में पुलिस ने दो शूटरों को काबू किया था, जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हथियार सप्लाई मॉड्यूल का हिस्सा थे। घटनाओं की इसी कड़ी में बुधवार को पुलिस को फिर सीक्रेट इनपुट मिला कि गैंग के कुछ शूटर हथियार डिलीवर करने आ रहे हैं।

    जैसे ही पुलिस ने चारों आरोपियों को घेरकर सरेंडर के लिए कहा, उन्होंने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। कुछ मिनट चली फायरिंग में बदमाशों ने 5 से 6 राउंड फायर किए, जबकि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में 10 से 12 राउंड फायरिंग की। आखिरकार पुलिस ने चारों को काबू कर लिया।

    हथियार सप्लाई करने आए थे बदमाश

    मोहाली एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस ने घटनास्थल का दौरा किया और बताया कि सभी आरोपी विदेश में बैठे गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लों और मंदीप के निर्देश पर यहां हथियार सप्लाई करने आए थे। ये सभी आरोपी पहले भी चोरी, छीना-झपटी और अन्य मामलों में जेल जा चुके हैं, जहां उनकी लॉरेंस गैंग से जान-पहचान हुई।

    मौके से पुलिस ने 7 पिस्तौल तथा 70 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। बदमाश एक्टिवा और बाइक पर सवार होकर आए थे, ताकि इलाके से आसानी से भाग सकें।

    पूछताछ में मिल सकते हैं बड़े सुराग

    एसएसपी हंस ने बताया कि हथियार सप्लाई का मॉड्यूल काफी सक्रिय था। पहले पकड़े गए दो आरोपी और बुधवार को पकड़े गए चारों बदमाश इसी नेटवर्क का हिस्सा थे।

    पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गैंग पंजाब और आसपास के राज्यों में हथियारों की सप्लाई के लिए नए युवाओं को लगातार जोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस मॉड्यूल से जुड़े और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।

    'चार बदमाश काबू किए गए हैं। दो के पैरों में गोली लगी है। सभी आरोपी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए हथियार सप्लाई कर रहे थे। मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। आगे की पूछताछ में कई अहम खुलासे संभव हैं।'— हरमनदीप सिंह हंस, एसएसपी मोहाली

    डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरफ्तार किये गये व्यक्ति अपने विदेशी हैंडलर के निर्देशों पर काम कर रहे थे और ट्राइसिटी व पटियाला क्षेत्र में टार्गेटेड हमले करने की योजना बना रहे थे। उन्होंने कहा कि मामले के अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।

    मुठभेड़ में बरामदगी

    7 पिस्तौल
    70 जिंदा कारतूस
    एक्टिवा स्कूटर व बाइक
    मोबाइल फोन और अन्य सामान