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    नवरात्र में व्रत के साथ सेहत का भी रखें ध्यान, हैवी डाइट लें न ओवरईटिंग करें, पढ़िये एक्सपर्ट्स की राय

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 07:15 PM (IST)

    22 सितंबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहे हैं जिसमें खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। एक्सपर्ट्स के अनुसार व्रत में ओवरईटिंग और तला-भुना खाने से बचना चाहिए। न तो हैवी डाइट लें और न ही ओवरईटिंग करें। डाइट में फल जूस दाल सब्जी और पनीर जैसे हेल्दी विकल्प शामिल करें। सात्विक आहार लें और विचारों की शुद्धता बनाए रखें। मसालेदार और कोल्ड ड्रिंक से परहेज करें।

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    बाजार में मिलने वाले व्रत का खाने के सामान का भी रखें ध्यान।

    एकता श्रेष्ठ, चंडीगढ़। 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो जाएंगे। कोई नौ दिन तो कोई पहले और आखिरी दिन व्रत रखना तय करते हैं। व्रत में न तो हैवी डाइट लें और न ही ओवरईटिंग करें। आमतौर पर देखने को मिलता है कि खाने-पीने का सही तरीका लोग नहीं अपनाते हैं। व्रत की थाली में तला-भुना खाना शामिल कर लेते हैं। बाजार में मिलने वाले व्रत के खाने का सामान भी विकल्प के तौर पर अपने पास रखते हैं।

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    बहुत लोग तो ओवरईटिंग करते हुए भी नजर आ जाएंगे। हैवी डाइट लेने के मामले में भी बहुत लोग आगे हैं। इस वजह से एक ओर जहां सुस्ती, थकावट महसूस होने लगती है तो दूसरी ओर ओवरईटिंग की वजह वजन बढ़ जाता है। जबकि कई लोगों ने व्रत को आस्था के अलावा इसलिए भी रखा होता है कि वजन कम किया जाए। लोग व्रत के दौरान खुद को तरोताजा महसूस करें, वजन बढ़ने से लेकर बाकी तरह की कोई परेशानी उन्हें न आए। इसके लिए हम आपके लिए लाए है एक्सपर्ट्स की ओर से टिप्स।

    जागरूक होने की जरूरत

    जीएमसीएच सेक्टर 32 की चीफ डाइटिशियन डाॅ. मधु दत्ता का मानना है कि कई लोग नवरात्र के व्रत के दौरान बीमार हो जाते हैं या कई परेशानियों का उन्हें सामना करना पड़ता है। यह सब खान-पान की वजह से होता है। सबसे पहले जरूरी है कि ओवरईटिंग न की जाए। खाना इस तरह का होना चाहिए जिससे एनर्जी मिले। साथ ही फ्रूट्स और फ्रेश जूस भी डाइट में होना चाहिए। जो लोग इस बात को लेकर जागरूक हैं उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं आती और सारा दिन उनकी एनर्जी भी बरकरार रहती है।

    मन -मर्जी नहीं करनी

    डा.अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट की सीनियर लेक्चरर डाॅ. सुचारू शर्मा बताती हैं कि व्रत के तौर-तरीके को लेकर एक अलग ही काॅन्सेप्ट इन दिनों कई जगह देखने को मिल रहा है। इसलिए जरूरी है कि इस बात को समझना कि कुछ भी खाएं वह लिमिट में होना चाहिए। ओवरईटिंग नहीं करनी। जब मन किया, जो मर्जी खा लिया, यह सब नहीं होना चाहिए। व्रत आस्था से जुड़ा हुआ है। इसमें विचारों की शुद्धता की भी बात होती है। इसलिए सात्विक आहार लिया जाता है।

    प्रोटीन होना चाहिए

    डायटेटिक्स डिपार्टमेंट पीजीआई की असिस्टेंट डाइटिशियन नवनीत कौर सोढ़ी बताती हैं कि व्रत की थाली में दाल, सब्जी, सलाद के अलावा फल भी शामिल कर सकते हैं। पनीर भी बेहतर विकल्प है। मतलब थाली हेल्दी होनी चाहिए। ज्यादा तला-भुना इसमें नहीं होना चाहिए। वहीं व्रत में दिन भर ओवरईटिंग से बचना चाहिए। अगर प्लान किया जाए तो व्रत में भी एक समय ही सही लेकिन बैलेंस्ड डाइट ले सकते हैं।

    डाइट प्लान ऐसा हो

    - व्रत के दौरान फ्रूट्स खाएं।

    - लस्सी, नींबू पानी और नारियल पानी का सेवन करें। बनाना, मैंगो शेक भी पी सकते है।

    - आलू खा सकते हैं, लेकिन मात्रा बहुत ज्यादा न हो।

    - ड्राय फ्रूट्स भी खा सकते हैं।

    - व्रत की थाली में सब्जियों का विकल्प ज्यादा हो।

    इन से बनाएं दूरी

    - तला-भुना न खाएं। पकौड़े और पूरियां खानी भी है तो मात्रा सीमित होनी चाहिए।

    -मसाले दार खाने से परहेज करें।

    -कई लोग कोल्ड ड्रिंक भी पीते हैं। इसके बजाए दूसरा विकल्प अपनाएं।

    -आलू या इससे बने हुए पकवान डाइट में ज्यादा न हो।