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    'अकाली राज में चिट्टा नहीं, 'मजीठिया' कहा जाता था'; नशे के सौदागरों पर CM मान का वार

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 07:36 PM (IST)

    पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार ने नशाखोरी और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। सरकार ने 'युद्ध नशेयां विरुद्ध' अभियान को तेज करते हुए पिछली सरकारों पर नशा फैलाने के आरोप लगाए हैं। बिक्रम सिंह मजीठिया पर हुई कार्रवाई से सरकार ने स्पष्ट संदेश दिया है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।

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    नशे के सौदागरों पर CM मान का वार। फोटो जागरण

    डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। पंजाब को 'रंगला पंजाब' बनाने के अपने संकल्प पर दृढ़, मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने राज्य में नशाखोरी और भ्रष्टाचार के खिलाफ 'युद्ध नशेयां विरुद्ध' अभियान को निर्णायक मोड़ दिया है। सरकार की कार्रवाई स्पष्ट संदेश दे रही है कि राजनीतिक ताकत अब नशे के कारोबार में शामिल लोगों को नहीं बचा पाएगी।

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    तरनतारन में एक विशाल रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पिछली अकाली और कांग्रेस सरकारों पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल के उस दावे का मज़ाक उड़ाया कि उनके शासनकाल में किसी ने 'चिट्टा' (नशा) शब्द नहीं सुना था।

    मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि "वह सही कहती हैं, क्योंकि तब लोग 'चिट्टा' नाम नहीं जानते थे। उस दौर में इसे 'मजीठिया पुड़ी और मजीठिया टीका' कहा जाता था।" उन्होंने कहा कि इन पार्टियों ने मिलकर पंजाब को लूटा, नशा फैलाया और युवाओं के भविष्य को बर्बाद कर दिया।

    मुख्यमंत्री ने संकल्प व्यक्त किया कि इस खतरे के लिए ज़िम्मेदार लोगों को अब पंजाब को बचाने पर भाषण देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, बल्कि सबसे सख्त सज़ा के लिए तैयार रहना चाहिए।

    सरकार ने शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर हुई कार्रवाई के माध्यम से स्पष्ट संदेश दिया है कि कोई भी राजनीतिक रूप से मजबूत या प्रभावशाली व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है।

    पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने बिक्रम सिंह मजीठिया को ₹540 करोड़ से अधिक की 'ड्रग मनी' लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, उन पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है, जो कथित तौर पर उनकी घोषित आय से 1200% अधिक है और एक ₹700 करोड़ के ड्रग नेटवर्क से जुड़ी हुई है।

    पंजाब कैबिनेट की सिफारिश पर राज्यपाल ने भी इस मामले में मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री मान ने स्पष्ट कहा,"नशे के मामले में मैं किसी पर दया नहीं दिखाऊंगा। मैं पंजाबियों के प्रति जवाबदेह हूं और उनका कर्जदार हूं।"

    यह कार्रवाई सिद्ध करती है कि यह 'आप' बनाम बाकी सब है, और युवाओं का भविष्य बर्बाद करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। 'आप' सरकार वह कर रही है जो दूसरों ने केवल वादा किया था। पंजाब सरकार प्रतिबद्ध है: 'रंगला पंजाब' का सपना अब हकीकत बनेगा।