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    चंडीगढ़ में विजिलेंस की फिल्मी कार्रवाई, DRDO अधिकारी 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा; कार रोककर की गिरफ्तारी

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 10:24 PM (IST)

    चंडीगढ़ में विजिलेंस टीम ने डीआरडीओ के तकनीकी अधिकारी अमित सोलंकी को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपित मैनपावर सप्लाई करने वाली कंपनी से रिश्वत मांग रहा था। विजिलेंस ने सेक्टर-29 में जाल बिछाकर उसे पकड़ा। भागने की कोशिश करने पर टीम ने उसकी कार को टक्कर मारकर रोका।

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    विजिलेंस टीम ने डीआरडीओ के तकनीकी अधिकारी अमित सोलंकी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। यूटी विजिलेंस विभाग की टीम ने बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेश(डीआरडीओ)के तकनीकी अधिकारी अमित सोलंकी को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। आरोपित अधिकारी मैन पावर सप्लाई करने वाली दिल्ली की एक कंपनी के अधिकारी आशुतोष सिंह से रिश्वत मांग रहा था।

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    विजिलेंस ने सोलंकी को पकड़ने के लिए सेक्टर-29 में ट्रैप लगाया। आरोपित को जब ट्रैप की भनक लग गई तो उसने अपनी कार में भागने की कोशिश की, लेकिन विजिलेंस की टीम ने उसकी कार को अपनी गाड़ी से टक्कर मारी और उसे रोक कर गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस ने आरोपित के खिलाफ प्रिवेंशन आफ करप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।

    आरोपित के खिलाफ शक्ति एंटरप्राइसेज के ब्रांच मैनेजर आशुतोष सिंह ने शिकायत दी थी। शिकायत में आशुतोष ने बताया कि उनकी कंपनी कई वर्षों से डीआरडीओ में मैनपावर सप्लाई का काम कर रही है। कंपनी का करीब 16 लाख रुपये का बिल बकाया था।

    आरोपित अधिकारी ने इसमें से चार लाख रुपये के बिल पर आपत्ति जताई और फिर इसे पास करने के नाम पर दो लाख रुपये रिश्वत मांगी। इधर, आशुतोष ने इस बारे में विजिलेंस को शिकायत दे दी। विजिलेंस ने फिर आरोपित को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। विजिलेंस के कहने पर शिकायतकर्ता 50 हजार रुपये की पहली किस्त लेकर सेक्टर 29 पहुंचा।

    शिकायत की पुष्टि होने पर विजिलेंस की टीम सेक्टर-29 के मंदिर के पास पहुंची। शिकायतकर्ता ने 50 हजार रुपये अधिकारी की कार में दिए और तभी विजिलेंस टीम वहां पहुंच गई। आरोपित अधिकारी को इस कार्रवाई की भनक लग गई और उसने भागने की कोशिश की। वह अपनी कार लेकर फरार हो गया। विजिलेंस की दो टीमें अलग अलग गाड़ियों में उसके पीछे लग गई।

    एक टीम ने उसकी कार को टक्कर मारी और दूसरी ने उसकी कार के आगे गाड़ी लगाकर उसे रोक लिया। विजिलेंस ने गिरफ्तारी के बाद आरोपित के घर भी दबिश दी। उसके घर में करीब डेढ़ घंटे तक तलाशी और कागजी कार्रवाई की गई। आरोपित को अब वीरवार को जिला अदालत में पेश किया जाएगा।