'दूध दही का खाणा, यो मेरा हरियाणा' अब पुरानी बात...
रेस¨लग कोच संजय मलिक ने बताया कि अब यह बात पुरानी हो गई है। हम अपने खिलाड़ियों को शुरू से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार करते हैं। खिलाड़ी को बैलेंस डाइट दी जाती है। उनके नियमित रूप से मेडिकल चेकअप होते हैं।

विकास शर्मा, चंडीगढ़। हरियाणा के खिलाड़ी खेलों में शानदार प्रदर्शन क्यों करते हैं, इस बात का जबाव ज्यादातर हरियाणवी यही कह कर देते हैं कि 'दूध दही का खाणा, यो मेरा हरियाणा'। रेस¨लग कोच संजय मलिक ने बताया कि अब यह बात पुरानी हो गई है। हम अपने खिलाड़ियों को शुरू से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार करते हैं। खिलाड़ी को बैलेंस डाइट दी जाती है। उनके नियमित रूप से मेडिकल चेकअप होते हैं। ब्लड रिपोर्ट देखकर खिलाड़ियों को दूध-दही के साथ बैलेंस डाइट देते हैं, यही वजह से है कि हमारे खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में खेलने वाले हरियाणा के ज्यादातर खिलाड़ी नेशनल स्तर के भी चैंपियन हैं। इतना ही नहीं कई खिलाड़ी तो सब जूनियर और जूनियर व इंटरनेशनल स्तर पर भी जीत कर आए हैं।
एशिया चैंपियनशिप के लिए चयनित हैं अंतिम
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 53 किलो में स्वर्ण पदक जीतने वाली रेसलर अंतिम इससे पहले जर्मनी में आयोजित कैडिट वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक और कजाकिस्तान में आयोजित एशिया कैडिट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। अभी बहरीन में आयोजित होने वाली एशिया चैंपियनशिप के लिए वह चयनित हैं।
दो बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए चयनित हैं पुलकित
खेलो इंडिया इंडिया यूथ गेम्स में 65 किलो में स्वर्ण पदक जीतने वाली पुलकित का चयन दो बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए हुआ है। पुलकित इसी महीने किर्गिस्तान में आयोजित होने वाली कैडिट चैंपियनशिप और बहरीन में आयोजित होने वाली अंडर-15 इंटरनेशनल टूर्नामेंट के लिए चयनित है।
अहिल्या भी एशिया चैंपियनशिप के लिए चयनित
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में कांस्य पदक जीतने वाली अहिल्या ¨शदे इससे पहले अंडर-15 और कैडिट नेशनल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। अहिल्या ने बताया कि उनका चयन भी किर्गिस्तान में आयोजित होने वाली एशिया चैंपियनशिप के लिए हुआ है।
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