DIG हरचरण भुल्लर लंबे समय से चला रहे थे रिश्वतखोरी का खेल, सीबीआई के हाथ लगे अहम सुबूत, रिमांड पर लेकर खोली जाएंगी परतें
सीबीआई ने डीआईजी हरचरण भुल्लर के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले में महत्वपूर्ण सबूत पाए हैं। आरोप है कि भुल्लर लंबे समय से रिश्वत ले रहे थे। सीबीआई अब उन्हें रिमांड पर लेकर मामले की गहराई से जांच करेगी और परतों को खोलेगी। जांच एजेंसी को उम्मीद है कि रिमांड के दौरान और भी खुलासे हो सकते हैं।

डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। रिश्वतखोरी में गिरफ्तार रोपड़ रेंज के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को शुक्रवार को सीबीआई अदालत में पेश किया जाएगा। सीबीआई अदालत से भुल्लर और उनके बिचौलिये का रिमांड मांगने की तैयारी में है ताकि मामले की तह तक पहुंचा जा सके। सूत्रों के अनुसार, सीबीआई को भुल्लर और बिचौलिये के बीच फोन बातचीत और कुछ लेन-देन से जुड़े अहम सुबूत भी मिले हैं। एजेंसी का कहना है कि आरोपित अधिकारी कारोबारियों से नियमित रूप से धन की मांग करता था और यह रिश्वतखोरी का सिलसिला लंबे समय से चल रहा था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई आज अदालत से लंबा रिमांड मांग सकती है ताकि भ्रष्टाचार के इस पूरे जाल की परतें खोली जा सकें। पंजाब पुलिस महकमे में यह गिरफ्तारी एक बड़े झटके के रूप में देखी जा रही है। शुक्रवार सुबह सीबीआई ने डीआईजी का मेडिकल करवाया। जांच के दौरान उन्हें चंडीगढ़ के सेक्टर-16 स्थित सरकारी अस्पताल में लाया गया। इस दौरान वे पैंट-शर्ट पहने हुए थे, हाथ में घड़ी थी और उन्होंने रूमाल से अपना चेहरा ढक रखा था। वे वाहन की पीछे वाली सीट पर बैठे थे और मीडिया से कोई बात नहीं की।
वीरवार दोपहर चंडीगढ़ से किया था गिरफ्तार
वीरवार दोपहर सीबीआई ने डीआईजी भुल्लर को रिश्वत मांगने और लेने के आरोप में चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने बिचौलिये के माध्यम से फतेहगढ़ साहिब जिले के मंडी गोबिंदगढ़ के एक कबाड़ कारोबारी से आठ लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। कारोबारी ने इस मामले की शिकायत सीबीआई से की थी, जिसके बाद एजेंसी ने जाल बिछाकर यह कार्रवाई की।
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