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    रिश्वतखोरी में गिरफ्तार DIG भुल्लर से मिला मात्रा में कैश, प्राॅपर्टी, शराब, असला और 100 करोड़ की बेमानी संपत्ति, CBI ने खंगाला रिकॉर्ड

    By Ravi Atwal Edited By: Sohan Lal
    Updated: Sat, 18 Oct 2025 11:40 AM (IST)

    पंजाब पुलिस के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर रिश्वत मामले में गिरफ्तार हुए। सीबीआई जांच में नकदी, सोना, असलहा और कई लग्जरी चीजें मिली हैं। 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति का भी पता चला है। कुछ संपत्तियां उन्होंने अपने परिवार और कुछ रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी हैं। सीबीआई अब उनकी संपत्ति से जुड़े सभी रिकार्ड्स खंगालने में लगी है।

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    रिश्वतखोरी में गिरफ्तार डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। आठ लाख रुपये रिश्वत मामले में गिरफ्तार पंजाब पुलिस की रोपड़ रेंज के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर से भारी मात्रा में कैश, प्राॅपर्टी, शराब और असला मिला है। सीबीआई को भुल्लर की लगभग 50 नाम और बेनामी संपत्तियों का पता चला है। इनकी अनुमानित कीमत लगभग 100 करोड़ से भी अधिक बताई जा रही है। उनके पास से जांच एजेंसी ने लगभग साढ़े सात करोड़ रुपये कैश बरामद किया है।

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    सीबीआई की टीम लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी उनकी संपत्तियों की जांच करती रही। इस दौरान टीम को उनकी कुछ संपत्तियों के दस्तावेज मिले। इनमें कुछ संपत्तियां उन्होंने अपने परिवार और कुछ रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी हैं। सीबीआई अब उनकी संपत्ति से जुड़े सभी रिकार्ड्स खंगालने में लगी है।

    डीआईजी को सीबीआई ने वीरवार को मंडी गोबिंदगढ़ के एक स्क्रैप कारोबारी की शिकायत पर गिरफ्तार किया था। उनके अलावा एक बिचौलिया कृष्णु शारदा भी पकड़ा गया है। दोनों को शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे सीबीआई अदालत में पेश किया। जहां से भुल्लर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अब आरोपित को 31 अक्टूबर को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश किया जाएगा। कोर्ट में डीआईजी के वकील एसएच धनोआ ने कुछ दवाएं जज को दिखाई और कहा कि इन्हें इनकी जरूरत रहती है। हालांकि जज ने कहा कि उन्हें जेल मैनुअल के हिसाब से दवाएं दी जाएंगी।

    सीबीआई ने शुक्रवार को अदालत में आरोपितों का रिमांड नहीं मांगा। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने आरोपितों से रिकवरी कर ली है। उनके वाइस सैंपल भी ले लिए गए हैं। इसलिए आरोपितों का रिमांड नहीं मांगा गया। हालांकि सीबीआई ने अदालत में कहा कि इस मामले की जांच अभी जारी है और जरूरत पर आरोपितों का दोबारा रिमांड मांगा जा सकता है। वहीं, सीबीआई के पास भुल्लर की वाइस रिकाॅर्डिंग है और उनके खिलाफ सबूतों को पुख्ता करने के लिए सीबीआई ने उनके वाइस सैंपल लिए।

    सीबीआई के हाथ उनकी एक वाॅट्सएप काल की रिकार्डिंग लगी थी। यह बिचौलिये कृष्णु शारदा और डीआईजी भुल्लर के बीच हुई बातचीत थी। इसमें भुल्लर बिचौलिये को कहते सुनाई दे रहे हैं कि अट्ठ फड़ने ने अट्ठ। यानी आठ लेने हैं। इसके बाद वह कह रहे हैं जिन्ने देंदा, नाल-नाल फड़ी चल, ओनू कह दे अट्ठ कर दे पूरा। यानी वह बिचौलिये को निर्देश दे रहे हैं कि जितने भी दे रहा है, साथ-साथ पकड़ ले, उसे कह कि वह आठ पूरे कर दे। सीबीआइ के मुताबिक यहां रिश्वत की मांग स्पष्ट हो रही है। रिकार्डिंग में मंथली मांगे जाने की भी बात सामने आई है।

    कोर्ट ने भुल्लर के मुंह से रुमाल उतरवाया

    सीबीआइ की टीम जब डीआइजी भुल्लर और बिचौलिए कृष्णु शारदा को लेकर कोर्ट पहुंची तो दोनों ने मुंह पर रुमाल बांधा हुआ था। ऐसे में सीबीआइ जज अल्का मलिक ने सुनवाई से पहले दोनों के रुमाल उतरवा दिए। सीबीआइ के सरकारी वकील नरेंद्र सिंह ने बहस के दौरान कहा कि आरोपित प्रभावशाली व्यक्ति है और पंजाब पुलिस में बड़े पद पर है। इसलिए यह संभावना है कि वह गवाहों को प्रभावित कर सकता है। इसलिए सीबीआइ ने भुल्लर और बिचौलिए को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की मांग की।

    मेरे पास केस ही नहीं था, रिश्वत क्यों मागूंगा : भुल्लर

    कोर्ट में पेशी के दौरान डीआइजी भुल्लर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे फंसाया गया है। जब मेरे पास केस ही नहीं था तो मैं रिश्वत क्यों मागूंगा। उन्होंने कहा कि वह अदालत में अपनी बात रखेंगे।

    आठ लाख रुपये रिश्वत के आरोप में पकड़े गए

    सीबीआई ने वीरवार को भुल्लर और बिचौलिये को आठ लाख रुपये रिश्वत मांगने और मंथली लेने के आरोप में पकड़ा था। दोनों मंडी गोबिंदगढ़, जिला फतेहगढ़ साहिब निवासी आकाश बत्ता को डरा-धमकाकर उनसे रिश्वत मांग रहे थे। डीआइजी भुल्लर रिश्वत को सेवा-पानी कह रहे थे। दो साल पहले सरहिंद पुलिस थाने में बत्ता के खिलाफ कोई आपराधिक केस दर्ज हुआ था। डीआइजी उसी केस में उसे राहत देने के नाम पर मंथली मांग रहे थे। इसके अलावा उससे आठ लाख रुपये रिश्वत भी मांगी जा रही थी। ऐसे में तंग आकर बत्ता ने 11 अक्टूबर को सीबीआई को शिकायत दे दी। शिकायत मिलने पर सीबीआई ने जांच शुरू की और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

    ये सबकुछ मिला डीआईजी के ठिकानों से

    - साढ़े सात करोड़ रुपये कैश
    - 50 से ज्यादा अचल संपत्तियों का रिकाॅर्ड
    - ढाई किलो सोना
    - 26 लग्जरी घड़ियां, इनमें राडो और रोलेक्स भी
    - कई बैंकों के लाॅकर की चाबियां
    - चार हथियार और 100 कारतूस
    - समराला के फार्म हाउस से मिली शराब की 108 बोतलें
    - इसी फाॅर्म हाउस से 5.7 लाख रुपये कैश, 17 कारतूस
    - बिचौलिये से मिले 21 लाख रुपये