2026 तक डीजल बसें होंगी बंद, चंडीगढ़ पूरी तरह विद्युत चालित बसों पर करेगा सफर
चंडीगढ़ में 2026 तक डीजल बसें हटाकर विद्युत बसें चलाई जाएंगी। परिवहन विभाग 500 विद्युत बसों को शामिल करेगा जिनमें से 100 बसें जल्द ही जोड़ी जाएंगी। चालकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा और सुरक्षा के लिए हर बस में कैमरे लगाए जाएंगे। सीटीयू ट्राईसिटी में 50 से अधिक मार्गों पर सेवाएं दे रहा है जिससे प्रदूषण कम होगा और सुरक्षित परिवहन मिलेगा।

तरुण भजनी, चंडीगढ़। शहर की सड़कों से वर्ष 2026 के अंत तक डीजल बसें पूरी तरह हट जाएंगी। उनकी जगह केवल विद्युत चालित बसें चलेंगी। राज्य परिवहन विभाग कुल 500 विद्युत चालित बसों का बेड़ा जोड़ने की तैयारी कर रहा है। सीटीयू परिवहन निदेशक प्रद्युमन सिंह ने बताया कि अगले तीन से चार महीनों में लगभग 100 नई विद्युत बसें शामिल होंगी। इसके बाद 300 से अधिक बसें निविदा प्रक्रिया के माध्यम से लाई जाएंगी। वर्ष 2026 तक विद्युत बसों की कुल संख्या लगभग 500 तक पहुंच जाएगी।
वर्तमान में चंडीगढ़ परिवहन उपक्रम (सीटीयू) लगभग 40 विद्युत चालित बसें चला रहा है। ये बसें तेजी से अपनाओ एवं विनिर्माण योजना (फेम भारत योजना) के अंतर्गत कंपनियों से किराये पर ली गई हैं। ये बसें सकल लागत अनुबंध प्रणाली (जहाँ वाहन चलाने, ऊर्जा भरने और रख-रखाव की पूरी जिम्मेदारी संचालक कंपनी की होती है) के तहत चलाई जा रही हैं। भुगतान प्रति किलोमीटर तय दर पर किया जाता है।
हादसे से मिली सीख, चालकों को मिलेगा विशेष प्रशिक्षण
हाल ही में सेक्टर-17 में परेड मैदान के पास एक विद्युत चालित बस पलटने की घटना ने सुरक्षा संबंधी चिंताओं को बढ़ा दिया। दृश्यांकन यंत्र (कैमरे) से सामने आया कि चालक ने तेज रफ्तार और लापरवाही से बस चलाई।
इस पर परिवहन विभाग ने जांच और रोकथाम के उपाय सुझाने के लिए विशेष समिति गठित कर दी है। प्रद्युमन सिंह ने बताया कि अब विद्युत चालित बसों के लिए चालकों को अलग से प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें सुरक्षित संचालन, गति नियंत्रण, ब्रेक का सही प्रयोग और यात्रियों की सुविधा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
हर बस में लगेंगे पांच सुरक्षा कैमरे
यात्रियों की सुरक्षा और अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक बस में पांच उच्च गुणवत्ता वाले सुरक्षा कैमरे लगाए जा रहे हैं। ये कैमरे बस के आगे, पीछे, चढ़ने-उतरने के द्वारों और मुख्य डिब्बे के भीतर लगाए जाएंगे। इनका सीधा लिंक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष से जुड़ा रहेगा, जिससे अधिकारियों को संचालन की निगरानी करने में आसानी होगी। यह व्यवस्था न केवल लापरवाह ड्राइविंग पर रोक लगाएगी बल्कि चोरी, छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार जैसी घटनाओं से भी यात्रियों को सुरक्षा मिलेगी।
सीटीयू का ट्राईसिटी में मजबूत बस नेटवर्क
चंडीगढ़ परिवहन उपक्रम इस समय 50 से अधिक नगर मार्गों और लगभग 20 उपनगरीय मार्गों पर सेवाएँ दे रहा है। यह चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला को आपस में जोड़ते हुए आवासीय क्षेत्रों, औद्योगिक इलाकों और नज़दीकी कस्बों तक आसान आवाजाही सुनिश्चित करता है। इस पहल से न केवल प्रदूषण घटेगा, बल्कि यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और पर्यावरण अनुकूल सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध होगा।
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