सख्ती के बावजूद पंजाब में एक दिन में ही सबसे ज्यादा 730 जगह जली पराली, एक्यूआई 200 के पार
पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। शुक्रवार को राज्य में एक ही दिन में 730 जगह पराली जलाने की घटनाएं सामने आई हैं। यह आंकड़ा इस सीजन का अब तक का सबसे ज्यादा है। पराली जलाने की घटनाओं में बढ़ोतरी का राज्य के एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) पर भी पड़ रहा है। राज्य के छह शहरों का एक्यूआई 200 से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला। केंद्र सरकार की ओर से पराली जलाने वालों पर जुर्माना राशि को दोगुना करने की घोषणा के दूसरे दिन शुक्रवार को राज्य में एक ही दिन में 730 जगह पराली जलाने की घटनाएं रिपोर्ट हुई हैं। यह आंकड़ा इस सीजन का अब तक का सबसे ज्यादा है।
इससे पहले 31 अक्टूबर को 484 और एक नवंबर को 587 मामले सामने आए थे। राज्य में पराली जलाने की घटनाओं में बढ़ोतरी का राज्य के एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) पर भी पड़ रहा है।
राज्य के छह शहरों का एक्यूआई 200 से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया जोकि खराब कैटेगरी में है। शुक्रवार को संगरूर में 163 जगह पराली जलाने की घटनाएं सामने आई हैं। इसके अलावा फिरोजपुर में 121 और बठिंडा में 80 जगह पराली जलाई गई।
छह नवंबर तक 2,534 मामलों में किया गया जुर्माना पंजाब पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (पीपीसीबी) के अनुसार छह नवंबर तक 2534 मामलों में 65,82,500 रुपये जुर्माना किया गया है। इसमें 57,02,500 रुपये की वसूली भी हो चुकी है।
लगातार बढ़ रहा वायु प्रदूषण
इसी तरह 2,529 मामलों में किसानों की जमीन की रेड एंट्री की जा चुकी है और 2,917 केस भी दर्ज किए गए हैं। शुक्रवार को किस जिले में कितनी जली पराली जिला केस संगरूर 163 फिरोजपुर 121 बठिंडा 80 मुक्तसर 64 मानसा 62 मोगा 48 फरीदकोट 39 तरनतारन 27 मामले सामने आ चुके हैं।
पटियाला 23 कपूरथला 24 मलेरकोटला 21 बरनाला 16 लुधियाना 10 फतेहगढ़ साहिब 8 फाजिल्का 8 अमृतसर 6 जालंधर 4 गुरदासपुर 3 होशियारपुर 1 मोहाली 1 नवांशहर 1 पराली कम जलाने वाले जिलों का भी बिगड़ा एक्यूआइ राज्य में पराली जलाने के मामले बढ़ने के साथ ही विभिन्न जिलों में वायु प्रदूषण भी लगातार बढ़ता जा रहा है।
खराब क्वालिटी में पहुंचा एक्यूआई
आलम यह है कि जिलों पराली जलने के केसों की संख्या कम होने के बावजूद एक्यूआइ बिगड़ रहा है। इनमें रूपनगर, लुधियाना, जालंधर और फतेहगढ़ साहिब शामिल हैं। शुक्रवार तक रूपनगर में जहां पराली जलाने के 10 केस ही सामने आए हैं वहीं, वहां का एक्यूआइ 201 तक पहुंच चुका है है जोकि खराब कैटेगरी में आता है।
जालंधर में कुल 78 केस
इसी तरह से जालंधर में पराली जलाने के अब तक कुल 78 केस सामने आए हैं लेकिन वहां का एक्यूआइ 222, लुधियाना में पराली जलाने के 128 केस और वहां का एक्यूआइ 255 और फतेहगढ़ साहिब में पराली जलाने के 172 केस व वहां का एक्यूआइ 262 चल रहा है जो कि खराब कैटेगरी में आता है।
इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि पूरे राज्य में पराली जल रही है और इसका प्रभाव उन जिलों की वायु गुणवत्ता पर भी पड़ रहा है जहां पराली जलने के केस कम हुए हैं।
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