'डल्लेवाल का अनशन नहीं हुआ खत्म...', आंदोलन पर बोले किसान नेता अभिमन्यू कोहाड़, कहा- सरकार न फैलाए गलत धारणा
पंजाब में किसानों के लीडर अभिमन्यू कोहाड़ ने बताया कि किसान नेता डल्लेवाल की भूख हड़ताल खत्म नहीं हुई है। पंजाब सरकार के दावों का खंडन करते हुए कोहाड़ ने कहा कि डल्लेवाल ने स्पष्ट कर दिया था कि वह तभी पानी लेंगे जब सभी किसानों को रिहा कर दिया जाएगा। हालांकि बाद में उन्होंने पानी पी लिया था। 19 मार्च को कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया था।

पीटीआई, चंडीगढ़। पंजाब में किसानों के लीडर अभिमन्यू कोहाड़ ने शनिवार को बताया कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अभी तक अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल को खत्म नहीं किया है। हालांकि उन्होंने पिछले सप्ताह राज्य पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए किसानों को विभिन्न जेलों से रिहा किए जाने के बाद एक गिलास पानी पीया था।
किसानों को रिहा करने पर डल्लेवाल ने पिया पानी, भूख हड़ताल जारी
पंजाब सरकार के दावों का खंडन करते हुए कोहाड़ ने कहा कि शनिवार को डल्लेवाल ने स्पष्ट कर दिया था कि वह तभी पानी लेंगे जब सभी किसानों को रिहा कर दिया जाएगा। कोहाड़ ने कहा, " हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह गलत धारणा फैलाई जा रही है कि डल्लेवाल ने अपना अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त कर दिया है। उनकी भूख हड़ताल जारी है।"
19 मार्च को कुछ नेताओं को लिया गया था हिरासत में
पंजाब के एडवोकेट जनरल गुरमिंदर सिंह ने शुक्रवार को शीर्ष अदालत को बताया था कि उन्होंने 19 मार्च को हरियाणा के साथ खनौरी और शंभू सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को तितर-बितर कर दिया और धरने के कारण अवरुद्ध सड़कों और राजमार्गों को खोल दिया। उस दिन पंजाब पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों और उनके कुछ नेताओं को हिरासत में भी लिया था।
एक अन्य किसान नेता काका सिंह कोटरा ने भी शनिवार को बताया कि जब डल्लेवाल को किसानों की हिरासत के बारे में पता चला तो उन्होंने तब तक पानी लेने से इनकार कर दिया जब तक कि सभी किसानों को रिहा नहीं कर दिया जाता। कोटरा ने कहा कि किसानों की रिहाई के बाद उन्होंने पानी पी लिया।
यह भी पढ़ें-होशियारपुर के मंदिर में नूडल्स का चल रहा था लंगर, लोगों ने जमकर खाया, अब अस्पताल में हुए भर्ती
उल्लेखनीय है कि डल्लेवाल (70) संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के संयुक्त मंच के वरिष्ठ नेता हैं। उन्होंने पिछले साल 26 नवंबर को अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी ताकि केंद्र पर फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) प्रदान करने की कानूनी गारंटी सहित उनकी मांगों को स्वीकार करने का दबाव बनाया जा सके।
जनवरी में केंद्र द्वारा किसान नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद, डल्लेवाल ने खनौरी विरोध स्थल पर चिकित्सा सहायता लेना शुरू कर दिया था, लेकिन अपना अनशन समाप्त नहीं किया। 19 मार्च की पुलिस कार्रवाई के दौरान हिरासत में लिए गए सरवन सिंह पंधेर, अभिमन्यु कोहर, काका सिंह कोटरा और अन्य नेताओं सहित कई किसान नेताओं को शुक्रवार को रिहा कर दिया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।