चंडीगढ़ नगर निगम की प्रवर्तन विंग पर भ्रष्टाचार के आरोप, विजिलेंस जांच की सिफारिश
चंडीगढ़ नगर निगम के प्रवर्तन विंग पर बेलदार विकास द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद निगम प्रशासन हरकत में आया। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए विजिलेंस जांच की सिफारिश की गई है। निगम ने प्रवर्तन विंग के फील्ड स्टाफ का स्थानांतरण कर दिया है और सफाई निरीक्षकों व जूनियर इंजीनियरों को चालान काटने के अधिकार दिए हैं।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। नगर निगम प्रवर्तन विंग की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक वीडियो वायरल होने के बाद निगम प्रशासन हरकत में आ गया है। बेलदार विकास द्वारा बनाए गए इस वीडियो में प्रवर्तन विंग की कार्यशैली पर सवाल उठाए गए थे।
मामला तूल पकड़ने पर अब निगम ने न केवल विजिलेंस जांच की सिफारिश की है, बल्कि कई बड़े प्रशासनिक कदम भी उठाए हैं। निगम प्रशासन का कहना है कि इन कदमों से प्रवर्तन विंग की कार्यप्रणाली पर लगे आरोपों की सच्चाई सामने आएगी और आगे की कार्रवाई पूरी तरह पारदर्शिता के साथ होगी।
निगम अधिकारियों ने ये किए प्रयास
1. प्रवर्तन विंग के सभी फील्ड स्टाफ, जिनमें मजदूर, बेलदार और सब इंस्पेक्टर शामिल हैं, को अलग-अलग क्षेत्रों में तैनात कर दिया गया है ताकि किसी तरह का दबाव या अनुचित प्रभाव न पड़े। सात बेलदार और मजदूरों को प्रवर्तन विंग से हटाकर इंजीनियरिंग विभाग भेजा गया है।
2. अवैध रेहड़ी-फड़ी और अतिक्रमण पर सख्ती सुनिश्चित करने के लिए सफाई निरीक्षकों और रोड विंग के जूनियर इंजीनियरों को चालान काटने और अतिक्रमण का सामान जब्त करने के अधिकार दिए गए हैं।
3. कार्यवाही को और पारदर्शी बनाने और भ्रष्टाचार की आशंका को खत्म करने के लिए प्रवर्तन विंग की गाड़ियों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव पास किया गया है। यह प्रस्ताव सक्षम प्राधिकारी से मंजूर हो चुका है और अनुमान तैयार किए जा रहे हैं।
4. इस पूरे मामले की विजिलेंस जांच कराने के लिए एसएलजी को सिफारिश भेज दी गई है।
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