Bathinda Jail में रची गई थी गोगामेड़ी की हत्या की साजिश, शिअद नेता बिक्रम मजीठिया ने की न्यायिक जांच की मांग
शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब जेल में इतने हाई प्रोफाइल हत्या की योजना बनाई गई हो। पंजाब की जेलें जबरन वसूली और अपहरण के अलावा कत्ल की योजना बनाने के लिए हाटस्पाॅट बन गई हैं और गृह मंत्रालय और जेल विभाग गैंगस्टरों पर लगाम लगाने में विफल रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के जनरल सचिव बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikaram Singh Majithiya) ने बठिंडा जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई के करीबी संपत नेहरा द्वारा राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की साजिश रचने की न्यायिक मांग की है। मजीठिया ने कहा, गैंगस्टर संपत नेहरा ने बठिंडा जेल में गोगामेड़ी की हत्या की साजिश रची और इसके लिए एके 47 की भी व्यवस्था की ,जो गैंगस्टरों को स्मार्टफोन तक पहुंचने को रोकने में जेल विभाग की नाकामी को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, ‘चूंकि मुख्यमंत्री भगवंत मान गृहमंत्री और जेलमंत्री हैं इसीलिए उनकी निगरानी में जेल गैंगस्टरों के लिए सुरक्षित पनाहगाह कैसे बन गई है’।
लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू मामले में भी विफल रही सरकार
अकाली नेता ने कहा, यह पहला मौका नहीं है जब जेल में इतने हाई प्रोफाइल हत्या की योजना बनाई गई हो। पंजाब की जेलें जबरन वसूली और अपहरण के अलावा कत्ल की योजना बनाने के लिए हाटस्पाॅट बन गई हैं और गृह और जेल विभाग गैंगस्टरों पर लगाम लगाने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार उच्च न्यायालय द्वारा संज्ञान लेने से पहले राज्य की जेल से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई द्वारा दिए गए साक्षात्कार के मामले में भी कार्रवाई करने में विफल रही है।
सरकार रोपड़ जेल में गैंगस्टर मुख्तियार असांरी को वीवीआईपी सुविधाएं प्रदान कर करने में खर्च किए गए पैसे की वसूली करने में भी नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट को इस मामले में सू-मोटो लेना चाहिए। मजीठिया ने आरोप लगाया कि जेलों में गैंगस्टरों को वीआईपी सुविधाएं दी जा रही हैं।
पूर्व DGP के भी खिलाफ जांच होनी चाहिए
अकाली नेता ने पूर्व डीपीपी चटटोपध्याय की ड्रग माफियाओं के साथ सक्रिय मिलीभगत की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि एक ड्रग माफिया के साथ चटटोपध्याय की काॅल रिकाॅर्डिंग भी सार्वजनिक है। उन्होंने कहा कि 2022 के चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान हुई भारी चूक के लिए भी चटटोपध्याय जिम्मेदार थे। मजीठिया ने कहा कि जिस तरह से पूर्व डीजीपी ने जघन्य अपराधों और लोगों को अवैध रूप से हिरासत में रखने और फर्जी मुठभेड़ों में शामिल घोषित अपराधियों और पुलिस अधिकारियों को संरक्षण दिया था, उसकी भी जांच की जानी चाहिए।

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