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    पटियाला में कांग्रेस प्रत्याशियों को क्यों नहीं भरने दिया जा रहा नामांकन? प्रताप बाजवा ने चुनाव आयुक्त से की मुलाकात

    Updated: Mon, 16 Dec 2024 03:02 PM (IST)

    पंजाब के पटियाला में विपक्ष के उम्मीदवारों को नामांकन नहीं भरने देने के मामले में कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) ने राज्य चुनाव आयुक्त राज कमल चौधरी से मुलाकात की। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर चुनावी प्रक्रिया में बाधा डालने का आरोप लगाया। बाजवा ने कहा कि कांग्रेस अब निकाय चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने की राह देख रही है।

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    कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा राज्य चुनाव कमिश्नर राज कमल चौधरी से बातचीत करते हुए।

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पटियाला में 12 दिसंबर को विपक्ष के उम्मीदवारों को नामांकन नहीं भरने देने को लेकर कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा सोमवार को राज्य चुनाव कमिश्नर राज कमल चौधरी से मिले।

    उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के गुंडे चुनावी प्रक्रिया को तार-तार कर रहे हैं और राज्य चुनाव कमीशन मूक दर्शक बना हुआ है।

    कांग्रेस उम्मीदवारों को नामांकन भरने से रोका गया: बाजवा

    पत्रकारों से बातचीत करते हुए बाजवा ने कहा कि पंचायत चुनाव की कहानी पुनः दोहराई जा रही है। 3000 से ज्यादा पंचायतों में सर्वसम्मति होने पर सुप्रीम कोर्ट ने भी आश्चर्य जताया है। कांग्रेस अब निकाय चुनाव को लेकर भी सुप्रीम कोर्ट जाने की राह देख रही है।

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    राज्य चुनाव कमिश्नर से मुलाकात के उपरांत बाजवा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने लोगों को रिवायती पार्टियों के बदल के रूप में खुद को पेश किया था। लेकिन उन्होंने बता दिया कि उन्हें न तो लोकतंत्र पर भरोसा है और न ही सिद्धांतों पर।

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    पटियाला में जहां कांग्रेस के पिछली बार 59 पार्षद थे। उसी नगर निगम में इस बार कांग्रेस के 33 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। क्योंकि सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवारों को नामांकन भरने नहीं दिया। उम्मीदवारों को नामांकन भरने से न सिर्फ रोका गया बल्कि उनके पर्चे भी फाड़े गए।

    'महिलाओं के साथ भी बदसलूकी हुई'

    प्रताप सिंह बाजपा ने आगे कहा कि महिलाओं के साथ भी बदसलूकी की गई। देवीगढ़, सनौर और घनौर में तो सरकार ने हद ही कर दी। यहां पर सर्वसम्मति बना दी। जैसा पंचायत चुनाव में बनाई गई थी। कांग्रेस अब सुप्रीम कोर्ट जाने पर विचार कर रही है।

    किसान आंदोलन पर क्या बोले बाजवा?

    किसानी संघर्ष को लेकर बाजवा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को ऑल पार्टी बैठक बुलानी चाहिए। क्योंकि जगजीत सिंह डल्लेवाल की स्थिति सही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान आज तक किसानों से मिलने के लिए नहीं गए हैं।

    क्योंकि उन्हें डर हैं कि कहीं वह उनसे सवाल न पूछे। प्रताप सिंह बाजपा ने कहा कि जो बात केंद्र सरकार को सही लगती है, पंजाब सरकार भी वैसा ही करती है।

    गौरतलब हो कि खनौरी बॉर्डर पर एमएसपी गारंटी कानून और किसानी मांगों को लेकर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 21वें दिन भी आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं।

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