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    Punjab News: चंडीगढ़ में सड़कों पर उतरे कांग्रेस नेता, अदाणी घोटाले का जमकर किया विरोध; पुलिस ने हिरासत में लिया

    Updated: Thu, 22 Aug 2024 08:25 PM (IST)

    हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप पर घोटाले के आरोप लगे हैं। पंजाब कांग्रेस ने इस मामले में धरना दिया और राज्यपाल को ज्ञापन देने जा रहे थे। लेकि ...और पढ़ें

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    अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग चंडीगढ़ पुलिस ने किया गिरफ्तार (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हिंडनबर्ग की ओर से किए गए खुलासे के बाद अदाणी ग्रुप द्वारा किए गए घोटाले और सेबी प्रमुख माधवी बुच के खिलाफ पंजाब कांग्रेस ने धरना दिया।

    प्रदेश कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की अगुवाई में कांग्रेसी ज्ञापन देने के लिए राजभवन की ओर मार्च करना चाहते थे लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने हल्के बल प्रयोग के बाद नेताओं को हिरासत में लिया। सभी नेताओं को सेक्टर 11 थाने लाया गया जहां देर शाम को उन्हें रिहा कर दिया गया।

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    कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश मुख्‍यालय के बाहर दिया धरना

    इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के बाहर धरना दिया। धरने को संबोधित करते हुए राजा वडिंग ने कहा कि शेयर बाजार की स्थिति और इसके परिणामस्वरूप हुए वित्तीय नुकसान के लिए भाजपा सरकार के कुप्रबंधन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि भाजपा की चुनावी विफलता के बाद शेयर बाजार में आई गिरावट ने आम निवेशकों, विशेष रूप से मध्यम वर्ग, को अभूतपूर्व क्षति पहुंचाई है।

    प्रदेश प्रधान ने उठी ये मांग

    कांग्रेस के प्रदेश प्रधान ने कहा गौतम अदाणी के छोटे भाई राजेश अदाणी, जिन्हें धोखाधड़ी और कर चोरी के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था, और उनके बड़े भाई विनोद अदाणी, जो ऑफशोर शेल कंपनियों में शामिल थे, के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। हिंडनबर्ग रिसर्च ने 38 एसी कंपनियों का पता लगाया जो विनोद अदाणी के स्वामित्व में मॉरीशस में स्थित थीं, और अन्य कंपनियां यूएई, सिंगापुर, और साइप्रस में थीं।

    भाजपा पर साधा निशाना

    इन कंपनियों का उपयोग भारतीय बाजार में झूठी वृद्धि दर्शाने और भारतीय जनता से निवेश आकर्षित करने के लिए किया जाता है। इन सबके बावजूद, भाजपा सरकार ने अदाणी को संरक्षण दिया है, और सेबी ने उन्हें क्लीन चिट दे दी है। उन्होंने पूरे मामले में जेपीसी से जांच की मांग की।

    धरने में कपूरथला के विधायक राणा गुरजीत सिंह, पटियाला के सांसद डा. धरमवीर गांधी जी, पूर्व सांसद मोहम्मद सादिक, भुलत्थ के विधायक सुखपाल सिंह खैरा, हरदेव सिंह लाडी, जसबीर सिंह गिल, सिमरजीत सिंह बैंस, हरमिंदर सिंह गिल, बलबीर सिंह सिद्धू , कुलजीत सिंह नगरा आदि शामिल थे।