कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा की प्रदेश सरकार से मांग, धान उत्पादक किसानों के हित में उठाए जाएं उचित कदम
कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा में बारिश और बाढ़ से धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। बीमा कंपनियां मुआवजा देने में आनाकानी कर रही हैं। धान का दाना छोटा और काला है जिससे उत्पादन कम हुआ है। उन्होंने सरकार से किसानों को मुआवजा देने की मांग की है ताकि उन्हें आर्थिक मदद मिल सके।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि इस बार वर्षा और बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान फसलों खासकर धान की फसल को हुआ है। फसल का उचित मुआवजा देने में बीमा कंपनी भी हाथ खड़ा कर रही है।
उन्होंने कहा कि धान का दाना इस बार छोटा है और काला है। इसके अलावा पिछले सालों के मुकाबले उत्पादन भी कम है। ऐसे में भाजपा सरकार को धान उत्पादक किसानों के हित में उचित कदम उठाना चाहिए।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि हरियाणा में धान की खेती मुख्य रूप से करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, अंबाला, यमुनानगर, पानीपत, सिरसा और सोनीपत जैसे जिलों में की जाती है। इस बार मॉनसून की मार से किसान कराह उठा है, खेतों में पानी भरने और अधिक दिनों तक भरा रहने के चलते धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
पूसा बासमती 1509 की कीमत और उसकी पैदावार को लेकर भी किसान बहुत परेशान है, इस बार लागत खर्च निकलने की भी संभावना नहीं दिख रही है क्योंकि मंडी में इस बार धान की कीमत पिछले वर्ष की अपेक्षा कम है। उन्होंने कहा कुछ जिलों में बीमा कंपनियां धान की फसल को हुए नुकसान का मुआवजा देने में आनाकानी कर रही है। ऐसे में सरकार को ही कोई उचित कदम उठाना चाहिए और पीड़ित किसानों की मदद के लिए अलग से मुआवजा की घोषणा करनी चाहिए।
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