सिटी ब्यूटीफुल ने हर किसी को अपनाया
सिटी ब्यूटीफुल शहर जितना अपनी खूबसूरती के लिए न सिर्फ देश बल्कि दुनिया में जाना जाता है उससे अधिक यह अपनी संस्कृति के लिए मशहूर है। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सिटी ब्यूटीफुल शहर जितना अपनी खूबसूरती के लिए न सिर्फ देश, बल्कि दुनिया में जाना जाता है उससे अधिक यह अपनी संस्कृति के लिए मशहूर है। इस शहर की खासियत यह है कि यहां रहने वाले 90 फीसद लोग देश के दूसरे राज्यों के मूल निवासी हैं। इस शहर में संस्कृति के इतने रंग देखने को मिलते हैं शायद ही देश में ऐसा किसी शहर में देखने को मिले। पंजाब और हरियाणा दो राज्यों की राजधानी चंडीगढ़ में संस्कृति का गजब मेल है। एक तरफ पंजाब का कल्चर तो दूसरी तरफ हरियाणा की आबोहवा भी यहां लोग महसूस कर सकते हैं। हिमाचल की वादियों से आकर लोग बसे हैं तो दूसरी तरफ उतर प्रदेश से लेकर बिहार और बंगाल तक के मूल बाशिंदों को इस शहर ने अपनाया है। सिटी ब्यूटीफुल की पहचान ओपन हैंड का मतलब का संदेश भी कुछ ऐसा ही है जिसमें सभी को अपनाने का संदेश दिया गया है। लोहड़ी से लेकर तीज जैसे त्योहार मनाए जाते हैं, तो दुर्गा पूजा और छठ पूजा की रोनक भी इस शहर में देखने को मिलती है। संस्कृति के साथ ही अगर कल्चर की बात की जाए तो देश में कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए शहर में कलामंच की कोई कमी नहीं है। एक तरफ टैगोर थिएटर है, तो दूसरी तरफ प्राचीन कला केंद्र और पंजाब यूनिवर्सिटी का इंडियन थियेटर जहां से किरण खेर और अनुप खैर जैसे रंगमंच और बॉलीवुड की हस्तियां निकली हैं। खेल की दुनियां में भी इस शहर के युवाओं ने कमाल का प्रर्दशन किया है। उड़न सिख मिल्खा सिंह, हाकी के महान खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर तो क्रिकेट में कपिल देव, युवराज सिंह और ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने भी चंडीगढ़ की जमीन से नाम कमाया है। बालीवुड से लेकर पंजाब फिल्म इंडस्ट्री में चंडीगढ़ के कलाकारों ने अपनी खास पहचान बनाई है। राक गार्डन, रोज गार्डन से लेकर सुखना लेक जैसे दार्शनिक स्थान चंडीगढ़ की पहचान हैं।

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