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    चंडीगढ़ में कुपोषण का संकट, बच्चों के पोषण पर चिंताजनक आंकड़े

    Updated: Sun, 17 Aug 2025 01:46 PM (IST)

    चंडीगढ़ में शून्य से पांच साल के बच्चों में कुपोषण की समस्या बढ़ रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार 5.46% बच्चों को पर्याप्त पोषण नहीं मिल रहा है जिससे उनका विकास बाधित हो रहा है। यह आंकड़ा पड़ोसी राज्यों पंजाब और हरियाणा से अधिक है। बच्चों में कम वजन और बौनापन की समस्या भी चिंताजनक है।

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    चंडीगढ़ में 5.46 प्रतिशत बच्चों को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पा रहा है।

    मोहित पांडेय, चंडीगढ़। चंडीगढ़ में शून्य से पांच साल तक के कुपोषण से जूझ रहे बच्चों ने चिंता बढ़ा दी है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से राज्यसभा में पेश एक रिपोर्ट के अनुसार चंडीगढ़ में 5.46 प्रतिशत बच्चों को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पा रहा है, जो उनके विकास में बाधा बन रहा है।

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    पंजाब में यह स्थिति 2.95 प्रतिशत है, जो राजधानी चंडीगढ़ के 2.51 कम है और हरियाणा में यह प्रतिशत 3.8 है, जो चंडीगढ़ से 1.66 प्रतिशत कम है। पड़ोसी राज्यों की तुलना में चंडीगढ़ के आंकड़े हैरान करने वाले है।

    रिपोर्ट के अनुसार, शहर में पांच साल तक की उम्र के 22.7 प्रतिशत बच्चों की हाइट उम्र के अनुसार नहीं बढ़ रही है। वहीं, 14.69 प्रतिशत बच्चों का कम वजन का शिकार है। जो कुपोषण की गंभीर स्थिति को दर्शाता है।

    शहर में बच्चों में पोषण की खराब स्थिति केंद्र और स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की विफलताओं पर सवालिया निशान लगा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों का संपूर्ण विकास तभी संभव है जब उन्हें समय पर और पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम तथा अन्य पोषक तत्व मिलें।

    बच्चों में वजह कम होने का सबसे बड़ा कारण स्तनपान, सही पोषण, कम शारीरिक गतिविधि, सही मात्रा में आहार, फास्ट फूड का अधिक सेवन करना हैं। सही पोषण न मिल पाने के चलते बच्चों में कुपोषण का खतरा तेजी से बढ़ रहा है।

    कम वजन में पंजाब- हरियाणा से पिछड़ा चंडीगढ़

    शहर में पांच साल तक के 14.69 प्रतिशत यानी करीब 4130 बच्चों का वजन उनके कद के मुताबिक नहीं है, जिसका मतलब है कि हर सातवां बच्चा कम वजन की शिकायत से जूझ रहा है। रिपोर्ट के अनुसार चंडीगढ़ में बच्चों में कम वजन की समस्या पंजाब से 9.57, हरियाणा से 6. 84 प्रतिशत और हिमाचल प्रदेश से 7.81 प्रतिशत अधिक है।

    पांच साल तक के बच्चों में की रिपोर्ट

    राज्य ---- कम वजन(%)- --बौनापन------उम्र के हिसाब से वजन नहीं

    चंडीगढ़ ------- 14.69--------- 22.27---------5.46 प्रतिशत

    पंजाब-------- 5.12----------17.4------------4.01 प्रतिशत

    हरियाणा----- 7.8---------- 23.41------------3.83 प्रतिशत

    हिमाचल----- 6.88-------------19.68------------2.41 प्रतिशत

    जम्मू व कश्मीर --4.05-----------15.94------------1.55 प्रतिशत

    चंडीगढ़ में जन्म से लेकर पांच साल तक के बच्चों की स्थिति

    उम्र                         बच्चों की संख्या

    0-6 माह                  2,393

    6 माह से तीन वर्ष    14,958

    3 से 6 वर्ष              15,719

    कुल                       33070

    इन बातों का रखना होगा ध्यान

    पीजीआई में  एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर के बाल रोग विशेषज्ञ डा. दीपक बंसल का कहना है कि बच्चों में कम वजन का मुख्य कारण हैं। जन्म के बाद मां का दूध पर्याप्त समय तक न पिलाना, ठोस खाना देर से शुरू करना, गर्भावस्था के दौरान मां का पोषण खराब होना और साफ-सफ़ाई की कमी आदि मुख्य कारण है।