मोहाली में खेलते समय लोहे का राॅड हाईटेंशन तारों से टकराया, जोरदार धमाका के साथ झुलसा 9 साल का बच्चा
मोहाली के बलौंगी गांव में एक दुखद घटना में 9 वर्षीय ऋषि हाई टेंशन तारों की चपेट में आने से झुलस गया। खेलते समय लोहे का राॅड तारों से टकरा गया, जिससे जोरदार धमाका हुआ। बच्चा 60 प्रतिशत तक झुलस गया है और उसे चंडीगढ़ रेफर किया गया है। स्थानीय लोग हाई टेंशन तारों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

बलौंगी गांव की एक बिल्डिंग की छत पर हुआ हादसा।
जागरण संवाददाता, मोहाली। बलौंगी गांव में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है, जिसमें नौ साल का मासूम बच्चा ऋषि हाई टेंशन तारों की चपेट में आकर करीब 60 फीसदी तक झुलस गया। बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे जीएमसीएच-32, चंडीगढ़ में रेफर किया गया है। स्थानीय लोग और परिवार सदमे में हैं और प्रशासन से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। हादसा शुक्रवार शाम को बलौंगी गांव की एक बिल्डिंग की छत पर हुआ।
नौ वर्षीय ऋषि अपनी बिल्डिंग की छत पर खेल रहा था। खेलते समय उसने छत पर पड़ा एक लोहे का राड उठा लिया और उसे लहराने लगा। अचानक राड छत के ठीक ऊपर से गुजर रही 66 केवी हाई टेंशन लाइन से टकरा गया। इससे राड में करंट दौड़ गया, और एक जोरदार धमाका हुआ। धमाके के साथ ही ऋषि के शरीर और कपड़ों में आग लग गई। इतना ही नहीं, छत पर रखी एक कुर्सी भी आग की चपेट में आकर पूरी तरह जलकर राख हो गई।
मां ने देखा बेटे का धुआं निकलता शरीर
धमाके की तेज आवाज सुनकर ऋषि की मां छत पर दौड़ी। वहां का दृश्य देखकर वह स्तब्ध रह गई। उनका बेटा जमीन पर गिरा था, और उसके शरीर से धुंआ निकल रहा था। आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और बच्चे को फेज-6 सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे जीएमसीएच-32, चंडीगढ़ रेफर कर दिया।
मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार, बच्चा 60 प्रतिशत तक झुलस चुका है, और उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। हादसे ने इलाके में हाई टेंशन तारों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासी रमेश कुमार ने कहा कि इतने खतरनाक तार आवासीय इलाकों के इतने करीब क्यों हैं। प्रशासन को इन तारों को हटाने या सुरक्षित करने की जरूरत है। एक अन्य निवासी ने बताया कि बलौंगी में कई इमारतों के ऊपर से हाई टेंशन लाइनें गुजरती हैं, जो बच्चों और निवासियों के लिए लगातार खतरा बनी हुई हैं।
पुलिस ने भी मौके का मुआयना किया और परिवार के बयान दर्ज किए। स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हाई टेंशन तारों को रिहायशी इलाकों से दूर किया जाए या उनकी ऊंचाई बढ़ाई जाए। मां ने रोते हुए कहा कि मेरा बेटा खेल रहा था, हमें नहीं पता था कि छत इतनी खतरनाक हो सकती है। प्रशासन को पहले ही कुछ करना चाहिए था। इलाके के लोग भी बच्चे की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
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