Punjab Liquor Case: शराब कांड में नया मोड़, नोएडा से जुड़े मामले के तार; मुख्य सचिव ने चुनाव अधिकारी को सौंपी रिपोर्ट
Punjab Poisonous Liquor Case पंजाब में हुए शराब कांड की रिपोर्ट मुख्य सचिव ने चुनाव अधिकारी को सौंप दी है। मामले के तार नोएडा से लेकर लुधियाना तक जुड़े है। आरोपितों ने शराब बनाने के लिए कैमिकल नोएडा की एक कंपनी से खरीदा जबकि शराब की बोतले व ढक्कन बनाने का सामान लुधियाना से खरीदा गया। एसआइटी की ओर से कंपनियों को समन भेजे गए हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Punjab Poisonous Liquor Case: संगरूर में जहरीली शराब पीकर (Sangrur Liquor Case) मरने के मामले में राज्य के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने मुख्य चुनाव अधिकारी सिबिन सी को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट में अब तक की गई कार्रवाई के बारे में चुनाव अधिकारी को अवगत करवाया गया है। ध्यान रहे कि मुख्य चुनाव अधिकारी ने इस मामले में मुख्य सचिव व डीजीपी पंजाब से रिपोर्ट तलब की थी।
चार सदस्यीय SIT टीम का किया गया गठन
डीजीपी गौरव यादव की ओर से बताया गया है कि इस मामले में चार सदस्यीय स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया है। मामले में आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि दो अभी फरार है। जिन की तलाश में छापेमारी की जा रही है। नकली शराब फैक्ट्री लगाने की साजिश संगरूर जेल से रची गई।
इंटरनेट मीडिया से सीख रहे थे शराब बनाना
इंटरनेट मीडिया यूट्यूब पर वीडियो देखकर घर में ही सस्ती शराब बनाने की फैक्ट्री लगाई थी। यह आरोपितों की पहली डिलीवरी थी। शराब में मेथनॉल मिलाया था जिस के कारण शराब जहरीली हुई। मामले के तार नोएडा से लेकर लुधियाना तक जुड़े है।
आरोपितों ने शराब बनाने के लिए कैमिकल नोएडा की एक कंपनी से खरीदा जबकि शराब की बोतले व ढक्कन बनाने का सामान लुधियाना से खरीदा गया। उन्होंने बताया कि सामान खरीदने की सभी ट्रांजेक्शन ऑनलाइन की गई है।
इस मामले में जिला संगरूर के तीन पुलिस थानों में तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए है। इस मामले में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। मामले में जिन-जिन कंपनियों का नाम सामने आया है उनसे पूछताछ शुरू कर दी गई है। एसआईटी की ओर से कंपनियों को समन भेजे गए हैं। एसआईटी के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जल्द ही ओर गिरफ्तारियां होगी।