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चंडीगढ़ की मिनर्वा अकादमी उत्तर भारत में सबसे ज्यादा अंगदान करने वाला संस्थान, 500 से ज्यादा लोगों को किया पंजीकृत

मिनर्वा फुटबॉल अकादमी एक स्पोर्ट्स क्लब है। क्लब के खिलाड़ियों ने मैदान पर कई रिकॉर्ड बनाए हैं। वहीं अकादमी द्वारा एक और रिकॉर्ड बनाया गया है। मिनर्वा अकादमी उत्तर भारत में सबसे ज्यादा अंगदान करने वाला इंस्टीट्यूट बन गया है।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 08:37 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 08:37 AM (IST)
चंडीगढ़ की मिनर्वा अकादमी उत्तर भारत में सबसे ज्यादा अंगदान करने वाला संस्थान, 500 से ज्यादा लोगों को किया पंजीकृत
चंडीगढ़ की मिनर्वा फुटबॉल अकादमी के खिलाड़ी और स्टाफ।

चंडीगढ़, जेएनएन। मिनर्वा फुटबॉल अकादमी एक स्पोर्ट्स क्लब है। क्लब के खिलाड़ियों ने मैदान पर कई रिकॉर्ड बनाए हैं। वहीं, अकादमी द्वारा एक और रिकॉर्ड बनाया गया है। मिनर्वा अकादमी उत्तर भारत में सबसे ज्यादा अंगदान करने वाला इंस्टीट्यूट बन गया है। मिनर्वा अकादमी ने 500 से अधिक अंगदाताओं को पंजीकृत किया है, जो किसी एक संस्थान द्वारा उत्तर भारत में सबसे अधिक है।

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मिनर्वा के डायरेक्टर रणजीत बजाज ने कहा कि सर्जिकल प्रक्रियाओं के बीच अंग प्रत्यारोपण अद्वितीय है, इसमें किसी अन्य व्यक्ति से अंग या आंशिक अंगदान किए बिना प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकती है। उन्हें खुशी है कि मिनर्वा स्पोर्ट्स क्लब के साथ ही इस महामारी में देश की सेवा करने में अपना योगदान दे रहा है। अकादमी ने कोरोना की पहली लहर से ही सामाजिक कार्यों में योगदान देना शुरू कर दिया था। वहीं, दूसरी लहर में उनका फोकस अंगदान पर ज्यादा रहा जो समय की मांग भी हैं। मिनर्वा अकादमी ने पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च के सहयोग से इस नेक काम की दिशा में कदम उठाया है।

पीजीआइ चंडीगढ़ ने पिछले साल लगातार चौथी बार अंगदान में सर्वश्रेष्ठ अस्पताल का पुरस्कार जीता है। नेशनल ऑर्गन एंड टीसू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (नोटो) स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के तहत स्थापित राष्ट्रीय स्तर का संगठन है, जो देश में अंग प्रत्यारोपण को नियंत्रित करता है। बजाज ने बताया कि मिनर्वा के हर खिलाड़ी और स्टाफ सदस्यों ने खुद को अंगदान के लिए पंजीकृत किया है। यह केवल चंडीगढ़ तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि जहां जहां अकादमी है, वहां वहां यह अभियान जारी रहेगा।

रिजनल ऑर्गन एंड टीसू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (रोटो) की स्थापना क्षेत्रीय स्तर पर हुई है। रोटो किसी विशेष क्षेत्र में प्रत्यारोपण गतिविधियों की निगरानी करता है, आंकड़े एकत्र करता है और प्रत्यारोपण सहित एक डाटा बैंक का रखरखाव करता है। पीजीआइ चंडीगढ़ क्षेत्र का रोटो है और मिनर्वा अकादमी ने पीजीआइ के सहयोग से पिछले पांच वर्षों में 500 ट्रांसप्लांट दर्ज किए हैं। बजाज ने लोगों से अपील की कि सभी लोग अंगदान के लिए खुद को रजिस्ट्रर्ड करवाएं ताकि आपके इस नेक कार्य भी वजह से किसी जरूरतमंद की जिंदगी बच सके।


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