चिंता की बात, साइबर ठगों के निशाने पर चंडीगढ़ के बुजुर्ग, पांच वर्षों में ही ठगी के 425 प्रतिशत केस बढ़े
चंडीगढ़ में वरिष्ठ नागरिकों से ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार शहर में बुजुर्गों से ठगी की दर देश में सबसे अधिक है। धोखेबाज साइबर अपराध और ऑनलाइन धोखाधड़ी के माध्यम से बुजुर्गों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ में बुजुर्गों से साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले पांच वर्षों में ही 425 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, बुजुर्गों से ठगी की अपराध दर में चंडीगढ़ पूरे देश में सबसे ऊपर है। यहां प्रति एक लाख की आबादी पर 62 बुजुर्ग साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। यह दर न केवल अन्य राज्यों, बल्कि केंद्र शासित प्रदेशों की तुलना में भी सबसे अधिक है। चंडीगढ़ के बाद दिल्ली में बुजुर्गों से ठगी की अपराध दर 22 है।
रिपोर्ट के अनुसार 2019 बुजुर्गों से ठगी के महज आठ मामले दर्ज हुए थे, जबकि वर्ष 2023 में यह संख्या बढ़कर 42 तक पहुंच गई। यानी हर साल औसतन मामलों में तेज उछाल दर्ज किया जा रहा है। वर्ष 2023 में कुल 67 अपराध मामलों में से 42 बुजुर्गों से जुड़े हैं, जो कुल मामलों का बड़ा हिस्सा है।
ठगी के नए तरीके, साइबर और डिजिटल अरेस्ट
ज्यादातर मामलों में बुजुर्ग साइबर फ्राॅड, डिजिटल अरेस्ट, फोन काल ठगी और ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार बन रहे हैं। धोखेबाज खुद को बैंक अधिकारी, पुलिसकर्मी या सरकारी एजेंसी का कर्मचारी बताकर बुजुर्गों को डराते-धमकाते हैं और उनके बैंक अकाउंट से रकम उड़ाते हैं। बुजुर्गों के खिलाफ बढ़ते अपराध समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गए हैं। डिजिटल साक्षरता की कमी और अकेलेपन का फायदा उठाकर ठग बुजुर्गों को सबसे आसान निशाना बना रहे हैं।
पूर्व चीफ आर्किटेक्ट से ढाई करोड़ की ठगी
चंडीगढ़ में ठगों ने आम लोगों ही नहीं बल्कि कई बड़े अधिकारियों को भी नहीं छोड़ा। कुछ महीने पहले ठगों ने चंडीगढ़ की पूर्व चीफ आर्किटेक्ट सुमित कौर से ढाई करोड़ रुपये की ठगी की थी। आरोपितों ने नकली पुलिस, सीबीआई अधिकारी और जज बनकर सुमित कौर को फोन किया और उन्हें डरा धमकाकर कई दिनों तक डिजिटल अरेस्ट किया।
इसके बाद ठगों ने उनसे विभिन्न बैंक खातों में ढाई करोड़ रुपये ट्रांसफर कर लिए थे। जब उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने पुलिस को शिकायत दी थी। हालांकि पुलिस ने इसमें कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। हाल ही में पुलिस ने इस केस में 19 आरोपितों के खिलाफ जिला अदालत में चार्जशीट दाखिल की है।
पुलिस की अपील, अज्ञात नंबर से कॉल, फर्जी लिंक पर भरोसा न करें
चंडीगढ़ पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अज्ञात नंबर से कॉल, फर्जी लिंक और संदिग्ध ई-मेल्स पर भरोसा न करें। साथ ही किसी भी धोखाधड़ी की आशंका होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
बुजुर्गों से ठगी के मामले
2019 में 50 आपराधिक मामलों में आठ
2020 में 43 आपराधिक मामलों में 17
2021 में 22 आपराधिक मामलों में छह
2022 में 74 आपराधिक मामलों में 55
2023 में 67 आपराधिक मामलों में 42
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