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    छह माह में स्लम फ्री सिटी बनेगा चंडीगढ़

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 04 May 2022 08:49 PM (IST)

    शहर की खोई साख वापस लौटाकर इसे सिटी ब्यूटीफुल बनाने का खाका खींचा जा चुका है। चंडीगढ़ प्रशासन ने अगले छह महीने में चंडीगढ़ को स्लम फ्री सिटी बनाने का ब्लू प्रिट तैयार कर लिया है। इसके बाद चंडीगढ़ में कहीं कोई स्लम एरिया नहीं बचेगा।

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    छह माह में स्लम फ्री सिटी बनेगा चंडीगढ़

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर की खोई साख वापस लौटाकर इसे सिटी ब्यूटीफुल बनाने का खाका खींचा जा चुका है। चंडीगढ़ प्रशासन ने अगले छह महीने में चंडीगढ़ को स्लम फ्री सिटी बनाने का ब्लू प्रिट तैयार कर लिया है। इसके बाद चंडीगढ़ में कहीं कोई स्लम एरिया नहीं बचेगा। मई माह के पहले ही दिन शहर के सबसे बड़े स्लम एरिया में से एक कॉलोनी नंबर-4 को गिराकर 2000 करोड़ रुपये की 65 एकड़ जमीन को खाली कराया गया है। अब मई के आखिर तक दो और बड़ी कॉलानियों को गिराने के आदेश जारी हो चुके हैं। इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित संजय कॉलोनी और सेक्टर-25 की जनता कॉलोनी को गिराया जाएगा। अगले 20 दिनों में कभी भी यह कॉलोनी हटा दी जाएंगी। अभी तक चंडीगढ़ 370 एकड़ से अधिक जमीन को स्लम हटाकर खाली करा चुका है। इसकी कीमत 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। अभी भी करीब 200 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा है। जिसे हटाने की तैयारी हो चुकी है। स्लम एरिया हटाने के बाद फिर नहीं बसेंगी झुग्गियां

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    इन सभी स्लम कॉलोनी को हटाने के बाद स्मार्ट सिटी चंडीगढ़ देश का स्लम फ्री शहर बन जाएगा। इसके बाद कहीं भी कोई स्लम एरिया डेवलप नहीं होने दिया जाएगा। जीरो टॉलरेंस की नीति को इसके बाद लागू किया जाएगा। जिस एरिया में झुग्गी बनेंगी उस एरिया के एंफोर्समेंट इंस्पेक्टर से लेकर अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसका पूरा प्लान तैयार कर लिया है। इंडस्ट्रियल एरिया, फेज 1 की संजय कॉलोनी और जनता कॉलोनी, सेक्टर- 25 में ढहाने की चेतावनी वाला बोर्ड लगा दिया गया है। कभी भी प्रशासन इन दोनों अवैध कॉलोनियों में बुलडोजर चला सकता है। इसमें एक कॉलोनी को सात तो दूसरी को 21 दिन के भीतर खाली करने को कहा गया है। 25 हजार का लक्ष्य था, 17696 फ्लैट्स बनाए

    चंडीगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में बसे स्लम एरिया को खत्म करने के लिए 2006 में बायोमेट्रिक सर्वे किया गया था। सर्वे के बाद कुल 25728 फ्लैट्स बनाए जाने का निर्णय लिया गया था। अभी तक इनमें से 17696 फ्लैट्स ही बनाए जा चुके हैं। पहले बने प्रस्ताव के हिसाब से अभी आठ हजार फ्लैट्स कम बने हैं। हालांकि 2006 के सर्वे में जो लोग मिले थे उन्हें फ्लैट मिल चुके हैं। झुग्गियों में रहने वाले 70 हजार से अधिक रेजिडेंट्स अब पक्के मकानों में रह रहे हैं। अभी तक इतने मकान मिले

    - 8448 स्मॉल फ्लैट धनास में

    - 4960 स्मॉल फ्लैट में से 4275 फ्लैट अलॉट किए मलोया-1 में

    - 1568 स्मॉल फ्लैट मौलीजागरां-2 में

    - 1024 स्मॉल फ्लैट सेक्टर-49सी में

    - 1120 स्मॉल फ्लैट सेक्टर-38 वेस्ट में

    - 576 स्मॉल फ्लैट रामदरबार में

    स्लम एरिया हटाकर 370 एकड़ जमीन कराई खाली

    कॉलोनी नंबर-4, सेक्टर-52 और 56 में टीन शेड कॉलोनी बड़े स्लम एरिया में शामिल रहे हैं। वर्ष 2014 में एक ही दिन में पांच कॉलोनियों को हटाया गया था। 2013, 2014, 2015 में सबसे ज्यादा कुल 10 कॉलोनियों को हटाया गया था। इन सभी कॉलोनियों को हटाकर अभी तक 370 एकड़ जमीन को खाली कराया जा चुका है। अब तक यह कॉलोनियों हटाई गई

    कॉलोनी नंबर-4, कॉलोनी नंबर-5, एलबीएस, नेहरू, कुलदीप, मजदूर, कल्याण, कबाड़ी, एसबीएस, मद्रासी, अंबेडकर, राजीव, गुर सागर कॉलोनी को हटाया जा चुका है। इन्हें हटाया जाना बाकी

    जबकि सेक्टर-25 की जनता और कुम्हार कालोनी, इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 की संजय कॉलोनी, शाहपुर और सेक्टर-53 की आदर्श कॉलोनी, धनास की कच्ची कॉलोनी को हटाना बाकी है। इनमें से जनता कॉलोनी और संजय कॉलोनी को अगले 20 दिनों में हटा दिया जाएगा। इसका पब्लिक नोटिस प्रशासन जारी कर चुका है।