चंडीगढ़ में फरवरी तक सड़कों पर उतरेंगी 100 नई इलेक्ट्रिक बसें, प्रदूषण कम होगा और यात्रियों को आरामदायक सफर मिलेगा
चंडीगढ़ का ट्रांसपोर्ट सिस्टम मजबूत होने जा रहा है। फरवरी तक 100 नई इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर उतरेंगी। इन बसों से शहर की परिवहन प्रणाली आधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल बनेगी। प्रदूषण कम होगा और यात्रियों को आरामदायक सफर मिलेगा। चंडीगढ़ प्रशासन का लक्ष्य है कि परिवहन प्रणाली को सुगम और कुशल बनाया जाए, जिससे नागरिकों को आवागमन में आसानी हो।

पहले फेज के तहत 25 बसें इस माह के अंत तक आ जाएंगी।
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़। इलेक्ट्रिक बसों से स्मार्सिटटी का ट्रांसपोर्ट सिस्टम मजबूत होगा। साथ ही प्रदूषण कम होगा और लोगों को आरामदायक सफर मिलेगा।
प्रशासन ने 15 साल का कार्यकाल पूरा होने के कारण 85 डीजल बसों को ट्राईसिटी की लोकल सड़कों से हटाया है। अब फरवरी तक 100 नई ई बसें शहर में आ जाएगी। पहले फेज के तहत 25 बसें इस माह के अंत तक आ जाएंगी।
प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना के तहत 100 इलेक्ट्रिक बसों को खरीदा जा रहा है। प्रोटोटाइप इलेक्ट्रिक बस का वर्तमान में निरीक्षण और रेंज परीक्षण चल रहा है। डिलीवरी शेड्यूल के अनुसार, नवंबर 2025 के अंत तक 25 इलेक्ट्रिक बसें, दिसंबर 2025 के अंत तक 25 और जनवरी-फरवरी 2026 तक शेष 50 बसें उपलब्ध हो जाएगी।
100 ई-बसों की खरीद प्रक्रिया पिछले डेढ़ साल से कानूनी अड़चनों में फंसी हुई थी, लेकिन हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद प्रक्रिया तेज की गई है। प्रशासन के अनुसार यात्री सेवाओं में किसी प्रकार की बाधा न आए, इसके लिए सीटीयू ने अंतरिम प्रबंध लागू कर दिए हैं।
तीन साल में शहर में अब 328 नई इलेक्ट्रिक बसें आएंगी
अगले तीन साल में शहर में 328 नई इलेक्ट्रिक बसें आएंगी। ऐसे में जहां शहर कार्बन मुक्त होगा वहीं शहर की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पहले के मुकाबले दुरस्त होगी । ट्रांसपोर्ट विभाग के निदेशक प्रद्युमन सिंह का कहना है कि चरणबद्ध तरीके से ही बसें मंगवाई जा रहीहैं। डीजल बसों को हटाने के बावजूद भी शहर में ज्यादा दिक्कत नहीं आई है। जैसे-जैसे ही बसें आनी शुरू हो जाएंगी फिर से लोकल रूटों पर बसों की संख्या बढ़ जाएगी।

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