Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चंडीगढ़ में पर्यटन प्रचार पर 33.26 करोड़ कैसे खर्च हुए? उठे सवाल, उप-समिति से तत्काल समीक्षा की मांग

    By Sohan Lal Edited By: Sohan Lal
    Updated: Tue, 16 Dec 2025 02:35 PM (IST)

    चंडीगढ़ में पर्यटन प्रचार पर 33.26 करोड़ रुपये खर्च किए जाने पर सवाल उठे हैं। प्रशासक की सलाहकार परिषद के अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह लक्की ने पिछले तीन वि ...और पढ़ें

    Hero Image

    चंडीगढ़ में पर्यटन प्रचार के लिए तीन वर्षों में किए गए व्यय का मदवार और वर्षवार विवरण मांगा गया है।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। स्मार्टसिटी सिटी में पर्यटन प्रचार पर 33.26 करोड़ रुपये खर्च किए जाने पर सवाल उठे हैं। प्रशासक की सलाहकार परिषद की कला, संस्कृति, पर्यटन एवं विरासत संरक्षण संबंधी वैधानिक समिति के अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह लक्की ने पिछले तीन वित्तीय वर्षों के दौरान पर्यटन गतिविधियों पर किए गए खर्च को लेकर उप-समिति से तत्काल समीक्षा की मांग की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लक्की ने बताया कि चंडीगढ़ से सांसद मनीष तिवारी द्वारा संसद में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी सामने आई है कि पर्यटन संवर्धन के नाम पर कुल 33.26 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इनमें से लगभग 11.84 करोड़ रुपये कलाकारों और अन्य विक्रेताओं को भुगतान के रूप में दर्शाए गए हैं, लेकिन इन भुगतानों का कोई विस्तृत विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है।

    कलाकारों या विक्रेताओं के नाम, भुगतान की गई राशि, आयोजनों की प्रकृति और इन खर्चों के उद्देश्य व परिणामों की जानकारी उपलब्ध न होना चिंताजनक है। लक्की ने कहा कि शेष लगभग 22 करोड़ रुपये किस मद में और किस उद्देश्य से खर्च किए गए, इस बारे में भी कोई स्पष्ट विवरण नहीं दिया गया है। उन्होंने इसे सार्वजनिक धन के उपयोग में वित्तीय शुचिता और जवाबदेही का गंभीर मामला बताया।

    उन्होंने कहा कि सांसद द्वारा इस विषय को उठाना पूरी तरह उचित है और इस पूरे मामले की जांच प्रशासक की सलाहकार परिषद की पर्यटन उप-समिति के माध्यम से की जानी चाहिए। इसी क्रम में उन्होंने संस्कृति विभाग के निदेशक को पत्र लिखकर कला, संस्कृति, पर्यटन एवं विरासत संरक्षण उप-समिति की आपात बैठक शीघ्र बुलाने का अनुरोध किया है।

    इसके साथ ही पर्यटन विभाग से पिछले तीन वर्षों में किए गए सभी पर्यटन व्यय का मदवार और वर्षवार विवरण मांगा गया है, जिसमें आयोजनों, भुगतानों और उनके ठोस परिणामों की जानकारी शामिल हो। लक्की ने कहा कि यदि जांच में अनियमितताएं पाई गईं तो समिति आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगी।