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    Chandigarh News: सावन के बाद भादों की बारिश, खोलने पड़े सुखना लेक के फ्लड गेट; घग्गर में छोड़ा पानी

    Updated: Sun, 17 Aug 2025 04:41 PM (IST)

    सावन के बाद भादों में भी बारिश जारी है जिससे नदी-नाले उफान पर हैं। सुखना लेक का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने पर रविवार को फ्लड गेट खोलने पड़े। सुबह तेज बारिश के बाद जलस्तर 1163 फीट तक पहुंच गया जिसके बाद इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने फ्लड गेट खोले। सुखना चो के साथ लगते इलाकों में अलर्ट जारी किया गया।

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    खोलने पड़े सुखना लेक के फ्लड गेट। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सावन भले ही बीत गया है लेकिन बारिश का जो सिलसिला सावन में शुरू हुआ था वह भादों में भी बदस्तूर जारी है। भादों में भी जमकर बदरा बरस रहे हैं। नदी नाले उफान पर हैं। शहर की लाइफलाइन सुखना लेक का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने पर रविवार को फ्लड गेट खोलने पड़े।

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    रविवार सुबह तेज बारिश के बाद सुखना लेक का जलस्तर 1163 फीट के पास पहुंच गया। जिसे खतरे के निशान से ऊपर माना जाता है। इसके बाद तुरंत इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की टीम हरकत में आई और इसके फ्लड गेट खोल दिए। शाम तक लेक से सुखना चो जरिए घग्गर नदी में पानी छोड़ा गया।

    फ्लड गेट खोलने से पहले सुखना चो के साथ लगते सभी आबादी एरिया में अलर्ट जारी किया गया। मोहाली और पंचकूला प्रशासन को भी इसकी जानकारी दी गई। किशनगढ़, बापूधाम सेक्टर-26 और इंडस्ट्रियल एरिया स्थित सुखना चो के पुल पर पुलिस कर्मी तैनात रहे। हालांकि पानी छोड़ने के लिए तीनों गेट नहीं खोले गए हैं।

    गेट कम खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है जिससे आगे पुल से टकराव न हो और आबादी एरिया में पानी न घुसे। दोपहर बाद शहर में भले ही बारिश थम गई लेकिन शिवालिक की पहाड़ियों में हो रही बारिश से सुखना कैचमेंट होते हुए पानी लगातार लेक में पहुंच रहा है।

    इस वजह से लेक का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी कर रखा है। रविवार रात को भी बारिश जोर से हो सकती है। इस वजह से फ्लड गेट खोले रखे जा सकते हैं।

    24 घंटे निगरानी

    बारिश के यलो अलर्ट और सुखना के लगातार बढ़ते जलस्तर से प्रशासन की टीम अलर्ट पर है। शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी तो सुखना रेगुलेटरी एंड पर लगाई ही गई है। साथ ही प्रशासन के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की टीम 24 घंटे लेक की मॉनीटरिंग कर रही है। अभी तक लेक के फ्लड गेट चार बार खोले जा चुके हैं।

    बारिश का दौर ऐसे ही जारी रहा तो अभी कई बार ऐसी नौबत आ सकती है। अभी सितंबर के आखिर तक बारिश का दौर जारी रहने वाला है। चंडीगढ़ में करीब 700 एमएम बारिश हो चुकी है। इसके सितंबर के आखिर तक 850 एमएम तक पहुंचने की पूरी संभावना है। औसत बारिश भी 845 एमएम रहती है।

    800 एमएम से अधिक होगी बारिश

    मानूसन सीजन शुरू होने के बाद अब तक चंडीगढ़ में 700 एमएम बारिश हो चुकी है। जो औसत से अधिक है। सितंबर के आखिर तक यह 850 एमएम को क्रास कर जाएगी। सुखना लेक का जलस्तर अप्रैल मई में कम होकर 1153 फीट तक पहुंच गया था।

    जो अब बढ़कर 1163 फीट को पार कर चुका है। 1163 फीट पर फ्लड गेट खोले जाते हैं। हालांकि पानी एकदम से आगे आबादी एरिया को प्रभावित न करे इसलिए गेट अब 1162 फीट पर ही खोले जाते रहे हैं।