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    लिविंग डीड, बॉडी डोनेट और अब तीन करोड़ की प्राॅपर्टी का किया दान, चंडीगढ़ में कौन हैं ये दानवीर

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 07:33 PM (IST)

    प्रो. डीएन जौहर ने 79वें जन्मदिन पर पंजाब यूनिवर्सिटी को मोहाली के सेक्टर-123 में तीन करोड़ रुपये का प्लाॅट दान किया। उन्होंने पीयू से एलएलएम की पढ़ाई ...और पढ़ें

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    प्रो. डीएन जौहर ने बच्चों की मौजूदगी में प्लॉट डोनेशन की प्रक्रिया पूरी की।

    सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़। शरीर निष्क्रिय होने पर इच्छा मृत्यु, मरने के बाद पूरे शरीर का पीजीआई को दान और अब जहां से सीखा और कमाया उसी को दान दिया प्रो. दीना नाथ (डीएन) जौहर ने। उन्होंने अपने 79वें जन्मदिन पर पंजाब यूनिवर्सिटी को मोहाली के सेक्टर-123 में मौजूद एक कनाल का प्लाॅट दान किया है, जिसकी कीमत तीन करोड़ रुपये है।

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    प्रो. जौहर 39 वर्ष पंजाब यूनिवर्सिटी के लाॅ विभाग में सेवाएं देने के बाद वर्ष 2014 तक आगरा लाॅ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रहे। उन्होंने पीयू से एलएलएम की पढ़ाई पूरी कर यहीं से अपने करियर की शुरुआत कर 39 वर्ष गुजारे।

    वर्ष 2009 में आगरा यूनिवर्सिटी में वीसी बनकर गए और वर्ष 2014 से 2018 तक अमृतसर स्थित गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में भी डीन के तौर पर सेवाएं दी। उन्होंने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी से पढ़कर मैंने कमाना सीखा और आज लर्न, अर्न और उसके बाद रिटर्न की तर्ज पर अपने जीवन की एक बड़ी जमापूंजी पीयू को दान कर रहा हूं, ताकि देश के भविष्य के लिए कुछ बेहतर हो सके।

    बच्चे बोले-पापा से जो सीखा है उसी का पालन हम भी कर रहे

    पीयू को प्रो. जौहर की तरफ से की गई डोनेशन के मौके उनके साथ पत्नी आदर्श जौहर, बेटी नसीम, बहू पेमला और बेटा असीम भी मौजूद रहे। बेटी नसीम ने बताया कि पापा से जो सीखा है उसी का पालन हम भी कर रहे हैं। आज पापा के नेक कर्म के लिए हम सभी विदेश से छुट्टी लेकर भारत आए हैं। हम भी पीयू में रहे हैं और शहर के अलग-अलग स्कूल में पढ़ाई की है।

    पापा की तरह काम करने की सोच से हमने आज उनका सहयोग किया है और भविष्य में पापा की सीख को अपने जीवन में भी अपनाएंगे। वहीं, बहू पेमला ने बताया कि मेरे लिए खुशी का मौका है कि मैं ऐसे मौके का हिस्सा बनी हूं जो कि हमेशा के लिए याद रहने वाला है। हम सभी कमाते हैं, जो जरूरत होगी वह पूरी करने के लिए हम कामयाब हैं, अब मां और पापा के सहयोग के लिए हम भारत आए हैं।

    पत्नी के साथ लिविंग डीड करने वाले पहले दंपती बने थे प्रो. जौहर

    वर्ष 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने लिविंग डीड को मंजूरी दी थी, जिसके बाद प्रो. डीएन जौहर पत्नी प्रो. आदर्श जौहर के साथ देश के पहले दंपती बने थे, जिन्होंने लिविंग डीड की है। दोनों की लिविंग डीड को जिला अदालत सेक्टर-43 चंडीगढ़ ने मंजूरी दी है।

    लिविंग डीड में कुछ कमियों को प्रो. जौहर की अपील के बाद सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2023 में संशोधित भी किया था, जिसके बाद अब इच्छा मृत्यु की राह आसान है। समाज सेवा को ध्यान में रखते हुए प्रो. जौहर ने वर्ष 2023 में पत्नी और चार तीन दोस्तों के साथ मिलकर बाड़ी डोनेट की थी, ताकि उनके देहांत के बाद उनके शरीर और अंगों को रियूज किया जा सके।