चंडीगढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद; 367 आरोपी गिरफ्तार
चंडीगढ़ पुलिस ने पिछले छह वर्षों में अपराधियों और गैंगस्टरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 151 अवैध हथियार, 435 कारतूस और 516 चाकू बरामद किए हैं। पु ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर में सक्रिय गैंगस्टरों और अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने बीते छह वर्षों में बड़ी कार्रवाई की है। वर्ष 2020 से नवंबर 2025 तक शहर के 16 पुलिस थानों ने 151 अवैध हथियार, जिनमें अत्याधुनिक पिस्टल और राइफल शामिल हैं, 435 कारतूस और 516 चाकू बरामद किए हैं। इस दौरान पुलिस ने 326 मामले दर्ज कर 367 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ जैसे कुख्यात गैंगस्टरों के करीबियों से भी पिस्टल और गोलियां बरामद कर कई संभावित गैंगवार की साजिशों को नाकाम किया। आंकड़ों के अनुसार हर साल गैंगस्टरों और हिस्ट्रीशीटरों से हथियारों और चाकुओं की बरामदगी में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
आर्म्स एक्ट के मामलों में बढ़ोतरी
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक वर्ष 2020 में आर्म्स एक्ट के 37 मामले दर्ज कर 39 आरोपितों को पकड़ा गया। 2021 में 34 मामले दर्ज हुए और 36 गिरफ्तारियां हुईं।
वर्ष 2022 में यह संख्या बढ़कर 62 मामले और 66 गिरफ्तारियां हो गई। 2023 में 49 मामलों में 54 आरोपित पकड़े गए। वर्ष 2024 में पुलिस ने आर्म्स एक्ट के 72 मामले दर्ज कर 83 लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं 2025 में 5 नवंबर तक 79 मामले दर्ज कर 89 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मौलीजागरां थाने में सबसे ज्यादा केस
आंकड़ों के अनुसार 2020 से 2025 के बीच मौलीजागरां थाना क्षेत्र में आर्म्स एक्ट के सबसे ज्यादा 59 मामले दर्ज किए गए। इसके विपरीत सेक्टर-19 थाना क्षेत्र में इस अवधि में केवल दो मामले सामने आए।
गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर कार्रवाई
पुलिस की बड़ी कार्रवाइयों में गोल्डी बराड़ और लारेंस बिश्नोई के करीबियों से चार पिस्टल और 51 जिंदा कारतूस की बरामदगी शामिल है। पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई में क्राइम ब्रांच ने गोरखपुर (यूपी) से छह आरोपितों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था।
इन आरोपितों ने वीवीआइपी इलाके में एक कारोबारी के घर पर फायरिंग कर दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। इसके अलावा यूटी पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लारेंस बिश्नोई के तीन शूटरों को तीन पिस्टल और सात जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया। आरोपित कोर्ट में पेशी के दौरान गैंगस्टर भूपी राणा की हत्या की साजिश रच रहे थे और इसके लिए वकीलों की ड्रेस तक खरीद चुके थे।
चाकूबाजी की घटनाएं ज्यादा
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शहर में गोलीबारी की तुलना में चाकूबाजी की घटनाएं अधिक सामने आई हैं। वर्ष 2025 में अब तक 26 हत्याएं हुई हैं, जिनमें से 24 मामलों में हत्या चाकू से की गई। इसी को देखते हुए पुलिस ने चाकू लेकर घूमने वालों के खिलाफ सख्ती बढ़ाई है। पुलिस ने शहर में नाकाबंदी बढ़ाई, कालोनियों और गांवों में रात के समय गश्त तेज की, जिसके चलते बड़ी संख्या में चाकू और अवैध हथियार बरामद किए गए। पुलिस का कहना है कि अपराधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है और आगे भी अभियान जारी रहेगा

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