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    शिरोमणि अकाली दल का नया गुट कल बनाएगा अगली रणनीति, बैठक बुलाई

    Updated: Tue, 12 Aug 2025 07:53 PM (IST)

    शिरोमणि अकाली दल के नए गुट ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को अध्यक्ष चुना है और आगामी रणनीति के लिए 14 अगस्त को बैठक बुलाई है। इस बैठक में संगठन निर्माण पर चर्चा होगी। वहीं पुराने दल ने नाम के इस्तेमाल पर कानूनी कार्रवाई की धमकी दी है जिसका नए गुट ने स्वागत किया है।

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    शिरोमणि अकाली दल के नए गुट ने अगली रणनीति तय करने के लिए कल बुलाई बैठक

    इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल के नए गुट ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को अध्यक्ष चुनने के बाद अगली रणनीति तय करने के लिए 14 अगस्त को बैठक बुलाई है। हालांकि अभी यह सूचना अधिकारिक नहीं की गई है लेकिन अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मीटिंग एक दो दिन में ही करने की संभावना है और चंडीगढ़ में की जाएगी।

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    इस बैठक में संगठन बनाने को लेकर सीनियर लीडरशिप के बीच में चर्चा होगी और ब्लाक से लेकर जिला स्तर पर संगठन कैसा तैयार करना है और किन लोगों को आगे लाना है इस भी चर्चा की जाएगी।

    उधर शिरोमणि अकाली दल की ओर से पार्टी के नाम का उपयोग करने को लेकर इस नए गुट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी देने के मामले में नए दल के नेता चरणजीत सिंह बराड़ ने कहा कि उनका केस करने को लेकर स्वागत है। जब भी हमें नोटिस प्राप्त होगा, हम इसका बकायदा जवाब देंगे। पार्टी के चुनाव चिन्ह तराजू और दफ्तर आदि को लेने को लेकर बराड़ ने कहा कि अभी हम जल्दबाजी में नहीं हैं।

    काबिले गौर है कि नए अकाली दल ने कल अपना डेलीगेट इजलास बुलाकर ज्ञानी हरप्रीत सिंह को पार्टी के प्रधान के तौर पर चुन लिया है । साथ ही धार्मिक मामलों को देखने के लिए एक पंथक तालमेल काउंसिल भी बनाई गई है लेकिन पार्टी का संगठन तैयार करने के लिए अभी काफी कुछ करने की जरूरत है और यह राह आसान नहीं है। खात तौर पर जब पार्टी लीडरशिप शिरोमणि अकाली दल के चुनाव चिन्ह तराजू और पार्टी दफ्तर पर अपना दावा करेगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नए शिरोमणि अकाली दल ने भी अपनी भर्ती प्रक्रिया से लेकर प्रधान चुनने तक की सारी जानकारी चुनाव आयोग के साथ साझा कर दी है और जैसे जैसे यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी, उन्हें सूचित किया जाता रहेगा।

    स्पष्ट है कि अभी दोनों दलों में अपने आप को प्रमुख शिरोमणि अकाली दल साबित करने में विवाद रहेगा। इसके अदालत तक जाने की भी उम्मीद से इन्कार नहीं किया जा सकता।