Chandigarh news लाखों रुपये देकर करते रहे विदेश के वर्क वीजा का इंतजार, ठगी कर इमिग्रेशन कंपनी रफूचक्कर
चंडीगढ़ में एक इमिग्रेशन कंपनी पर वर्क वीजा दिलाने के नाम पर 9.51 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगा है। शिकायतकर्ता आकाशदीप ने बताया कि कंपनी ने लक्जमबर्ग का वीजा दिलाने का वादा किया था लेकिन महीनों बाद भी वीजा नहीं मिला और कंपनी बंद हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सेक्टर-17 स्थित एशियन मैनपावर एंप्लायमेंट सर्विसेज नाम से चल रही इमिग्रेशन कंपनी के मालिक और कर्मचारियों पर विदेश भेजने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। कई लोगों से 9.51 लाख रुपये ठगकर मालिक व कर्मचारी रफूचक्कर हो गए हैं। पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला निवासी आकाशदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह पेशे से शेफ हैं। अगस्त 2024 में सोशल मीडिया पर उन्हें इस कंपनी का विज्ञापन दिखा, जिसके बाद वह आफिस पहुंचे। यहां उनकी मुलाकात पूजा नामक महिला से हुई, जिसने लक्जमबर्ग का वर्क वीजा दिलाने का भरोसा दिया।
पूजा के कहने पर आकाशदीप ने गूगल-पे से एक लाख रुपये जमा किए और बाद में कंपनी के मालिक अनुभव गर्ग को 50 हजार रुपये नकद दिए। अनुभव गर्ग ने खुद को कंपनी का डायरेक्टर बताते हुए आश्वासन दिया कि वीजा एक महीने में मिल जाएगा। कई महीने बीत जाने के बाद भी न वीजा मिला और न ही पैसा वापस हुआ।
शिकायतकर्ता दोबारा ऑफिस पहुंचे तो उन्हें टाल दिया गया। बाद में पता चला कि कंपनी का आफिस बंद कर मालिक और कर्मचारी फरार हो चुके हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि कंपनी ने कई लोगों से मिलाकर 9.51 लाख रुपये की ठगी की है। सेक्टर-17 थाना पुलिस ने कंपनी के मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
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