राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। बेअदबी मामलों में इंसाफ ना मिलने से निराश होकर आम आदमी पार्टी के अमृतसर नार्थ से विधायक व पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने पंजाब विधानसभा की सरकारी आश्वासन कमेटी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने अपना इस्तीफा ई-मेल के जरिए स्पीकर कुलतार सिंह संधवां को भेज दिया है हालांकि उनका इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। इस बारे में फैसला स्पीकर को लेना है।
इसी साल बनी विधानसभा की कमेटियों में स्पीकर ने कुंवर विजय प्रताप सिंह को सरकारी आश्वासन कमेटी का चेयरमैन बनाया था जिसका काम विधानसभा में मंत्रियों की ओर से विधायकों को दिए जाने वाले आश्वासन के बारे में अमल करवाना होता है।
स्पीकर ने नहीं मानी प्रताप सिंह की मांग
विधानसभा सत्र के दौरान कुंवर विजय प्रताप सिंह ने बेअदबी मामलों जांच के बारे में लंबी चर्चा की थी और स्पीकर से आग्रह किया था कि इस संबंधी पूरा दिन चर्चा के लिए रखा जाए लेकिन उनकी यह मांग नहीं मानी गई।
इसी को लेकर सरकारी आश्वासन कमेटी ने मुख्य सचिव वीके जंजुआ और डीजीपी गौरव यादव को मौखिक सुनवाई के लिए तलब किया था लेकिन उसी दिन स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने सभी कमेटियों के चेयर पर्सन की एक बैठक बुला ली जिस वजह से इस बैठक को रद्द करना पड़ा।
बैठक रद्द होने पर हुए निराश
बैठक को रद्द होने से क्षुब्ध होकर कुंवर विजय प्रताप सिंह ने अपना इस्तीफा भेज दिया है। काबिले गौर है कि मार्च 2021 में हाईकोर्ट के एक फैसले के बाद कुंवर विजय प्रताप सिंह आईपीएसशिप इस्तीफा दे दिया था और कुछ समय बाद वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। कुंवर बेअदबी मामलों की जांच के लिए बनाई गई विशेष जांच कमेटी के सदस्य थे।
यह भी पढ़ें - Firozpur Crime: भाई को नशा देने पहुंची बहन गिरफ्तार, बैरेक की तलाशी अभियान में 6 मोबाइल फोन बरामद