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    पंजाब: CM भगवंत मान ने की बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा, 1.50 लाख लोगों की स्वास्थ्य जांच के साथ दिए स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित करने के निर्देश

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 07:44 PM (IST)

    मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की। स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कैंपों में 1.50 लाख से अधिक लोगों की जांच की है और महामारी का कोई मामला सामने नहीं आया है। आशा कार्यकर्ताओं ने 2.47 लाख घरों तक पहुंचकर स्वास्थ्य किट वितरित किए हैं। राज्य में मच्छर नियंत्रण अभियान चल रहा है और पशुधन का भी ध्यान रखा जा रहा है।

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    CM भगवंत मान बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक करते हुए (फोटो: जागरण)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बुखार, दस्त और चर्मी रोग फैला हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगाए गए मेडिकल कैंपों में 1.50 लाख से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है। वहीं, राहत वाली बात यह हैं कि अभी तक राज्य के किसी भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से महामारी की कोई खबर नहीं आई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कैबिनेट मंत्रियों व मुख्य सचिव केएपी सिन्हा के साथ राहत कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की।

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    मुख्यमंत्री को बताया गया कि सभी प्रभावित 2303 गांवों में तीन दिनों के दौरान मेडिकल जांच शिविर लगाए गए हैं। आशा कार्यकर्ता अपने गांव के प्रत्येक घर में जा रही है और अब तक लगभग 2.47 लाख घरों तक पहुंच स्थापित की जा चुकी है।

    लोगों को स्वास्थ्य किट वितरित की गई हैं, जिनमें ओआरएस, मच्छर मारने की दवा, पैरासिटामोल, सिट्राज़िन, क्लोरीन की गोलियां, साबुन और अन्य बुनियादी चिकित्सा सहायता सामग्री शामिल है। इसका लक्ष्य 20 सितंबर 2025 तक प्रत्येक घर तक पहुंचना है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी गांवों को कवर करने के उद्देश्य से 21 दिनों तक फॉगिंग और मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए अभियान शुरू किया गया है।

    मुख्य मंत्री ने बताया कि पशुपालन विभाग ने अब तक 14780 पशुओं का इलाज और 48535 पशुओं का मुफ्त टीकाकरण किया है। बाढ़ में मारे गए पशुओं को सुरक्षित और वैज्ञानिक ढंग से निपटारा सुनिश्चित किया जा रहा है ताकि बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए मिट्टी और पानी को दूषित होने से बचाया जा सके।

    बेहतर अंतर-विभागीय समन्वय की वकालत करते हुए मुख्य मंत्री ने कहा कि इस संकट की घड़ी में लोगों को राहत पहुंचाना समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पानी की नियमित आधार पर टेस्टिंग और क्लोरीनेशन सुनिश्चित करना चाहिए। बैठक में कैबिनेट मंत्री डॉ. बलवीर सिंह, डॉ. रवजोत, तरुणप्रीत सिंह सौंद, मुख्य सचिव केएपी सिन्हा और अन्य उपस्थित थे।